Booster Dose: देश में 75 दिनों के लिए फ्री बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इस अभियान की वजह से बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या में बढ़त देखी गई है. दिल्ली के सिर्फ एक अस्पताल के आंकड़े देखें तो 21 अप्रैल से 21 जुलाई तक यानी कि 3 महीने में 7070 डोज लगाई गईं. इनमें 4000 डोज आम जनता के लगाई गईं तो 3000 खुराक हेल्थ केयर वर्कर्स के लगाई गईं. इसमें भी देखा जा रहा है कि 15 जुलाई के बाद वैक्सीनेशन की बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ी है.


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लंबे समय तक रहेगा बूस्टर डोज का असर


हाल ही में कोवैक्सीन को लेकर जारी हुई एक रिसर्च में किए गए दावे के मुताबिक बूस्टर डोज इम्यूनिटी को 10 गुना ज्यादा बढ़ा सकती है. पहले वैक्सीन की दो डोज शुरुआती 6 महीनों के लिए काफी मानी जाती थीं. लेकिन दावा है कि बूस्टर डोज का असर ज्यादा लंबे समय तक रहेगा.


क्या हैं बूस्टर डोज के नियम


अगर आपने कोविशील्ड या कोवैक्सीन में से किसी एक वैक्सीन की दोनों खुराक ले रखी हैं तो आपको पहले दी गई वैक्सीन की ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी. अगर आपने CoWin ऐप पर पहले से रजिस्ट्रेशन करा रखा है, तो Eligible लोगों को इसी ऐप से बूस्टर डोज के लिए मैसेज आएगा. इसके बाद आप https://selfregistration.cowin.gov.in/ पर जाकर अपना स्लॉट बुक करा सकते हैं. वैसे भीड़ ज्यादा ना होने की वजह से सीधे जाकर भी बूस्टर डोज लगवाई जा सकती है. 


एक्सपर्ट्स की इन बातों का रखें ध्यान


बता दें कि बूस्टर डोज दूसरी डोज के 6 महीने के बाद लगाई जा रही है. अगर आपको कोरोना हुआ है तो आप दो रिकवरी के 3 महीने के बाद भी बूस्टर डोज लगवा सकते हैं. हालांकि एक्सपर्ट्स सलाह यह देते हैं कि पहले किसी तरह वैक्सीनेशन के वक्त बुखार या कोई दूसरी बीमारी से ना जूझ रहे हो तो ही बेहतर है.


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