आज ही के दिन भारत आए थे ब्रिटेन के महाराजा-रानी, 100 साल पहले उन्हीं की याद में बनी थी ये मशहूर इमारत
History of 2nd December: यूं तो हर दिन बहुत अहम होता है लेकिन इतिहास के नजरिये से किसी भी दिन को देखें तो उसकी अहमियत और बढ़ जाती है. आज हम आपको 2 दिसंबस का इतिहास बताने जा रहे हैं. ना सिर्फ देश बल्कि इस दिन दुनिया में क्या-क्या हुआ है जानिए
History of 2 December: यूं तो महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की लगभग हर जगह घूमने लायक है और जब कोई वहां घूमने जाता है तो उसकी कोशिश भी यही होती है कि वो ज्यादा से ज्यादा जगहों पर कवर कर ले. लेकिन एक जगह ऐसी है जहां मुंबई में घूमने जाने वाला लगभग हर शख्स गया ही होगा और वो जगह है गेटवे ऑफ इंडिया. लोग वहां जाते हैं और गेटवे ऑफ इंडिया स्थापत्य कला और भव्यता से प्रभावित हुए बिना नहीं रहते. हालांकि बहुत कम लोग यह बात जानते हैं कि यह कब क्यों और कैसे बना था.
मुंबई के 'गेटवे ऑफ इंडिया' का आज के दिन यानी 2 दिसंबर से गहरा नाता है. दरअसल दो दिसंबर 1911 को पहली बार भारत आए ब्रिटेन के उस समय के महाराजा जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी का धन्यवाद करने और उनके सफर की याद में ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ का बनाया गया था. दक्षिण मुंबई में समुद्र तट के पास मौजूद यह 26 मीटर ऊंचा गेट है, जो मशहूर वास्तुशिल्पी जॉर्ज विंसेंट के नेतृत्व में 1924 में बनकर तैयार हुआ. कहा जाता है कि यह स्मारक पीले बेसाल्ट और कंक्रीट से बना है.
देश और दुनिया में 2 दिसंबर से जुड़े इतिहास और कुछ अहम घटनाएं:
➤ 1804: नेपोलियन बोनापार्ट की फ्रांस के सम्राट के तौर पर ताजपोशी की गई.
➤ 1976: फिदेल कास्त्रो क्यूबा के राष्ट्रपति बने.
➤ 1971: अरब प्रायद्वीप के छह इलाकों ने मिलकर संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना की. फरवरी 1972 में इनमें एक सातवां देश भी शामिल हुआ.
➤ 1981: अमेरिकी गायिका ब्रिटनी स्पियर्स का जन्म.
➤ 1989: विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के सातवें प्रधानमंत्री बने.
➤ 1999: भारत में बीमा क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश को मंजूरी मिली.
➤ 2003: बोस्नियाई सर्ब के पूर्व सैन्य कमांडर मोमिर निकोलिक को हेग मौजूद संयुक्त राष्ट्र की वॉर क्राइम कोर्ट ने 1995 के नरसंहार के लिए दोषी ठहराया और 27 साल कैद की सजा सुनाई.
➤ 2006: फिलीपीन में ज्वालामुखी का मलबा गिरने से 208 लोगों की मौत, 261 अन्य घायल.
➤ 2020: देश में कोविड-19 के 31,118 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या 94.62 लाख से ज्यादा हो गई.
➤ 2020: 2 दिसंबर 1984 को आधी रात में मिथाइल आइसोनेट (एमआईसी) के रिसाव की वजह से 2660 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी.
(इनपुट-भाषा)