BSP Refuses To Contest Election With OP Rajbhar: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के चीफ ओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का साथ छोड़ने के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) से संबंध बढ़ाने की कोशिशों के बीच बड़ा झटका लगा है. बीएसपी के राष्ट्रीय संयोजक और मायावती के भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) ने कहा कि ऐसे 'स्वार्थी' लोगों से सावधान रहने की जरूरत है. बता दें कि हाल ही में ओपी राजभर ने अगला चुनाव बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर लड़ने की इच्छा जताई थी. इसका जवाब देते हुए आकाश आनंद ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि अवसरवादी लोग मायावती के सहारे अपनी राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आकाश आनंद ने दिया जवाब


बीएसपी सुप्रीम मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने ट्वीट कर कहा कि बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासन, प्रशासन, अनुशासन की पूरी दुनिया तारीफ करती है. लेकिन कुछ अवसरवादी लोग भी उनके नाम के सहारे अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश करते हैं. ऐसे स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की जरूरत है.



बीएसपी से गठबंधन चाहते हैं राजभर


गौरतलब है कि आकाश आनंद का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) बीएसपी से हाथ मिलाने की इच्छा जता रहे हैं. ओपी राजभर ने रविवार को जौनपुर में कहा था कि उनका व्यक्तिगत रूप से मानना है कि अब बीएसपी से हाथ मिलाया जाना चाहिए.


सपा-बीजेपी दोनों के साथ गठबंधन में रह चुकी है SBSP


जान लें कि ओपी राजभर की पार्टी उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके लड़ी थी. चुनाव में एसबीएसपी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इससे पहले ओपी राजभर ने साल 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था और उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल हुई थी. हालांकि बाद में मतभेदों के कारण राजभर की पार्टी सरकार से अलग हो गई थी.



(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर