DNA: खालिस्तानी आतंकी की गिरफ्तारी से कनाडा का पर्दाफाश, ट्रूडो सरकार के झूठ बेनकाब
Canada News: अर्श डल्ला की गिरफ्तारी और कोर्ट में पेशी ने कनाडा सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं. भारत सरकार ने बार-बार इस मुद्दे को उठाया, लेकिन कनाडा ने इन सबूतों को नजरअंदाज किया. अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें ट्रूडो सरकार पर टिकी हैं.
Justin Trudeau Canada: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यही यकीन दिलाने की कोशिश की कि उनके देश में खालिस्तानी आतंकी मौजूद नहीं हैं. लेकिन अब कनाडा में हुए हालिया घटनाक्रम ने ट्रूडो के इन दावों की पोल खोल दी है. अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला, जो खालिस्तान टाइगर फोर्स का खूंखार आतंकी है, कनाडा में पुलिस की हिरासत में आ चुका है. कनाडा पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR में इस आतंकी का नाम शामिल है, जो ट्रूडो सरकार के झूठे बयानों को बेनकाब करता है.
कनाडा में गोलीबारी ने खोली पोल
28 अक्टूबर की रात कनाडा के मिल्टन इलाके में हुई गोलीबारी के बाद दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था. जांच में खुलासा हुआ कि उनमें से एक व्यक्ति अर्श डल्ला था. पुलिस ने उसके पास से कई अवैध हथियार भी बरामद किए. इस गोलीबारी में अर्श डल्ला घायल भी हुआ था. कनाडा पुलिस की इस FIR ने साबित कर दिया है कि भारत के दावों के उलट, खालिस्तानी आतंकी कनाडा में ही मौजूद हैं.
कोर्ट में पेशी से साफ हुआ मामला
आज ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस में अर्श डल्ला की पेशी होनी है. उसकी गिरफ्तारी और कोर्ट में पेशी से यह स्पष्ट हो गया है कि कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकी सक्रिय हैं. भारतीय सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से कनाडा सरकार को खालिस्तानी आतंकियों की सूची देती आ रही हैं, लेकिन अब तक इसे नजरअंदाज किया जाता रहा है.
NIA की चार्जशीट भी हुई नजरअंदाज
भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2023 में जारी चार्जशीट में अर्श डल्ला का नाम वांटेड आतंकियों की सूची में पहले स्थान पर रखा था. यह चार्जशीट कनाडा को भी सौंपी गई थी, लेकिन कनाडा की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. गृहमंत्रालय ने पहले ही अर्श डल्ला को आतंकवादी घोषित कर दिया था. उसकी कनेक्शन खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर से भी था, जो पिछले साल गैंगवॉर में मारा गया था. (Input- DNA)