Praveen Sood Vs DK Shivakumar: देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई की कमान कुछ दिन बाद आईपीएस अफसर प्रवीण सूद के हाथों में होगी. वह फिलहाल कर्नाटक के डीजीपी हैं. सीबीआई के मौजूदा डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल 25 मई को रिटायर हो रहे हैं. प्रवीण सूद कर्नाटक कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और जायसवाल के बाद देश के सबसे सीनियर आईपीएस हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सूद को पद संभालने की तारीख से दो साल के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी की हाईलेवल बैठक में शनिवार को उनके नाम को मंजूरी दी गई. कांग्रेस नेता चौधरी ने सीबीआई के अगले निदेशक के रूप में सूद के चयन पर कथित तौर पर असहमति जताई थी. हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं था.


हिमाचल में जन्मे, IIT-IIM से पढ़ाई


प्रवीण सूद का जन्म साल 1964 में हिमाचल प्रदेश में हुआ था.  सूद आईआईटी-दिल्ली, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम)-बेंगलुरु और न्यूयॉर्क में सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं. सूद साल 2024 में रिटायर होने वाले थे लेकिन अब उनका कार्यकाल दो साल और बढ़ गया है.


सूद फिलहाल कर्नाटक पुलिस के मुखिया हैं. वह पहले बेल्लारी और रायचूर जिलों के एसपी रह चुके हैं. वह बेंगलुरु शहर में डिप्टी कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) और एडिशनल पुलिस कमिश्नर(ट्रैफिक) और मैसूर शहर के पुलिस कमिश्नर जैसे पदों पर काम कर चुके हैं.उन्होंने मॉरीशस सरकार के पुलिस सलाहकार के रूप में भी काम किया है.


सीबीआई भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों और अन्य गंभीर अपराधों से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामलों से निपटने का काम करती है. इसके नए डायरेक्टर के रूप में प्रवीण सूद एजेंसी के देखरेख, मार्गदर्शन,निष्पक्ष जांच और हाई स्टैंडर्ड को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होंगे.


सूद की सीबीआई डायरेक्टर के पद पर नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब एजेंसी कई मुश्किल चुनौतियों का सामना कर रही है. कानून के राज को बनाए रखने और अपराध का मुकाबला करने में इसकी भूमिका सबसे ऊपर है.


डीके शिवकुमार से रहा तनाव


कर्नाटक के होने वाले नए डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार से उनके खराब संबंधों की बात किसी से छिपी नहीं है. दरअसल सूद पर डीके शिवकुमार ने यहां तक कह दिया था कि वह इस पद के काबिल नहीं हैं. डीजीपी पर कांग्रेस नेता ने बीजेपी के पक्ष में भी काम करने का आरोप लगाया था. 


डीके शिवकुमार ने बयान में कहा था कि भले ही प्रवीण सूद तीन साल से कर्नाटक के डीजीपी हैं. लेकिन उनका कामकाज किसी बीजेपी कार्यकर्ता के जैसा ही है. उन्होंने 25 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एक्शन लिया है. इस बारे में शिवकुमार ने चुनाव आयोग को खत भी लिखा था कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. शिवकुमार ने यह भी कहा था कि अगर चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो सूद पर एक्शन लिया जाए. अब कांग्रेस की सरकार कर्नाटक में बनने जा रही है, ऐसे में प्रवीण सूद को प्रमोशन देकर सीबीआई डायरेक्टर का पद संभालने के लिए दिल्ली से बुलावा आ गया है. 


(एजेंसी इनपुट के साथ)