Chandigarh University Leak Video Row: आरोपियों के वकील का दावा-लड़की को किया जा रहा था ब्लैकमेल, मोबाइल से मिला दूसरी लड़की का वीडियो
Hostel Girls Video Leak: इस मामले में जांच के लिए पंजाब सरकार ने 3 सदस्यीय एसआईटी भी गठित की है. जबकि यूनिवर्सिटी ने भी आंतरिक जांच कमेटी गठित की है. इस जांच कमेटी में 9 सदस्य होंगे. दरअसल सोमवार को छात्रों ने पुलिस और यूनिवर्सिटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था.
Chandigarh University Viral Video: मोहाली के MMS कांड से जुड़े तीन आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. कोर्ट में आरोपियों के वकील ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि आरोपी छात्रा ने दूसरी लड़की का भी वीडियो बनाया था. इस बीच चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भी आंतरिक जांच कमेटी गठित की है. साफ है इस मामले में और खुलासे अभी होना बाकी हैं. बताया जा रहा है कि मामले में चौथी गिरफ्तारी संभव है. आरोपी छात्रा अपने बॉयफ्रेंड सनी को जो वीडियो भेजती थी, उस वीडियो को सनी एक डिवाइस में स्टोर करता था. सनी से वह डिवाइस रिकवर कर ली गई है और उसको फॉरेंसिक टीम को भेज दिया गया है. सोमवार को आरोपी लड़की, उसके दोस्त सनी मेहता और रंकज वर्मा को खरड़ मोहाली की कोर्ट में पेश किया गया था.
लड़की को किया जा रहा था ब्लैकमेल
मोहाली MMS मामले में आरोपियों के वकील के मुताबिक, वीडियो बनाने वाली लड़की को ब्लैकमेल किया जा रहा था. एक वीडियो आरोपी लड़की की है और दूसरी वीडियो कोई और लड़की की है. यही नहीं, उसने एक नहीं बल्कि दो-दो वीडियो बनाए गए थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में एक चौथा शख्स भी है जो युवती को ब्लैकमेल कर रहा था. उसका गिरफ्तार होना बाकी है. फिलहाल खरड़ कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. आरोपियों के वकील संदीप शर्मा ने कहा, पुलिस ने 10 दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन 1 हफ्ते की रिमांड मिली है.
जिस लड़की ने वीडियो बनाया उसकी भूमिका तो स्पष्ट हुई है. लेकिन दूसरी लड़की की भूमिका साफ नहीं हो पाई है. जबकि ये दूसरी लड़की कौन है, इस पर भी आरोपियों के वकील ने कुछ भी साफ कहने से इनकार कर दिया. मोहाली MMS कांड में अब तीनों आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है.
पुलिस ने छात्रों को दी एफआईआर की कॉपी
इस मामले में जांच के लिए पंजाब सरकार ने 3 सदस्यीय एसआईटी भी गठित की है. जबकि यूनिवर्सिटी ने भी आंतरिक जांच कमेटी गठित की है. इस जांच कमेटी में 9 सदस्य होंगे. दरअसल सोमवार को छात्रों ने पुलिस और यूनिवर्सिटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था. हालांकि पुलिस ने छात्रों को समझाते हुए उन्हें एफआईआर की कॉपी भी दी थी. इस दौरान पुलिस ने एमएमएस कांड को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को ही मज़ाक और आधारहीन बता दिया था. इस मामले में दो वार्डन सस्पेंड कर दी गई हैं.
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