चंद्रबाबू नायडू ने कहा, `EVM को हैक करने की 100% संभावना है`
चंद्रबाबू नायडू ने मांग की है कि भारत के निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि VVPAT पर्चियां 100 फीसदी तक निकले या पुरानी मतपत्र व्यवस्था शुरू की जाए.
अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के 100 फीसदी तक हैक होने का दावा करते हुए शनिवार को चेतावनी दी कि हैकर्स के हाथों लोकतंत्र की कुर्बानी नहीं दी जा सकती. उन्होंने मांग की है कि भारत के निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वीवीपीएटी पर्चियां 100 फीसदी तक निकले या पुरानी मतपत्र व्यवस्था शुरू की जाए.
तेलुगु देशम पार्टी के सांसदों की यहां एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी तकनीक का दुरुपयोग कर सकता है.
'तकनीक का दुरुपयोग करना आसान है'
टीडीपी प्रमुख ने कहा, 'तकनीक का दुरुपयोग करना आसान है. यह खासतौर से उस व्यक्ति के लिए आसान है जो सॉफ्टवेयर प्रोग्राम तैयार करता है. निर्वाचन आयोग केवल रेफरी है. उसे ऐसी प्रणाली लागू नहीं करनी चाहिए जिस पर भरोसा ना हो.'
चंद्रबाबू ने कहा कि यहां तक कि विकसित देश भी ईवीएम का इस्तेमाल नहीं कर रहे और निर्वाचन आयोग को ऐसी प्रणाली का इस्तेमाल करने का दबाव नहीं बनाना चाहिए जिस पर भरोसा ना हो. इस बीच, टीडीपी ने साल 2019-20 वित्त वर्ष के लिए पूर्ण बजट लाने के केंद्र के कदम का विरोध किया.
'प्रधानमंत्री का घर वापस जाने का वक्त आ गया है'
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार (25 जनवरी)को कहा कि प्रधानमंत्री का घर वापस जाने का वक्त आ गया है क्योंकि आम चुनाव में बीजेपी की हार निश्चित है।
टीडीपी अध्यक्ष ने पार्टी के नेताओं से कहा था, 'भारत बचाओ, लोकतंत्र बचाओ का नारा देश भर में गुंजायमान है। एकजुट भारत (विपक्षी दलों) रैली की चर्चा देशभर में हो रही है। देश जन विरोधी शासन को बर्दाश्त नहीं करेगा।' उन्होंने कहा कि एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी का विरोध राजनीतिक अनिवार्यता है वहीं मोदी का विरोध लोकतंत्र के लिए अनिवार्य है।
इस दौरान उन्होंने हाल ही में हुए पांच विधानसभा चुनावों में भाजपा की बुरी तरह शिकस्त का भी जिक्र किया। नायडू ने कहा, 'अब सर्वेक्षण मोदी के विरोध को साफ दिखा रहे हैं। इसलिए भाजपा और उसके इशारों पर चलने वाली पार्टियों की हार इस चुनाव में निश्चित है।'
(इनपुट - भाषा)