Noida Supertech Twin Towers: ये शख्स दबाएगा ट्विन टावर के ब्लास्ट का फाइनल बटन, 15 सेकंड में मलबा बन जाएगी 32 मंजिला इमारत
Twin Towers: ट्विन टावर में ब्लास्ट के बाद निकलने वाले मलबे को साफ कर फिर से पार्क बनाया जाएगा. एमराल्ड का जो नक्शा नोएडा प्राधिकरण ने पास किया था, उसमें दोनों टावर के स्थान पर ग्रीनरी को दिखाया गया है. ये तय किया गया है कि टावर गिरने के बाद फिर से वहां पार्क बनाया जाएगा.
Noida Supertech Twin Towers: एडिफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता नोएडा के ट्विन टावर के ब्लास्ट का फाइनल बटन दबाएंगे. उन्होंने न्यूज एजेंसी आईएएनस से खास बातचीत करते हुए बताया कि वह ट्विन टावर के ब्लास्ट का फाइनल बटन दबाएंगे और उनके साथ जो ब्रिक्समैन और छह लोग 100 मीटर के दायरे में उस दौरान मौजूद रहेंगे. उन्होंने इस प्रोसेस के बारे में बताते हुए बताया की पहले बॉक्स को चार्ज किया जाएगा और उसके बाद बटन दबाया जाएगा, जिसके बाद करीब 9500 डी लेयर्स लगी उनमें करंट पहुंच जाएगा और ब्लास्ट होना शुरू हो जाएगा.
उन्होंने बताया की 9 सेकंड में पूरा ब्लास्ट होगा. करीब 13 से 15 सेकंड में पूरी बिल्डिंग नीचे आ जायेगी. ब्लास्ट डी लेयर्स के मुताबिक होगा, लेकिन देखने में लगेगा की ब्लास्ट एक साथ दोनों बिल्डिंग में हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने पिछले 20 दिनों से एक्सप्लोसिव लोड करने का काम किया है. मुझे लगता है कि किसी तरह कोई दिक्कत नहीं होगी और हंड्रेड वन परसेंट इस बिल्डिंग को गिराने में हम सक्सेस रहेंगे. उन्होंने बताया कि आसपास की भी किसी बिल्डिंग को कोई भी नुकसान होने की कोई गुंजाइश नहीं है.
टावर को गिराने की पूरी तैयारी की जा रही
बता दें कि दिल्ली से सटे नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराने की पूरी तैयारी की जा रही है. इसी के चलते एमराल्ड कोर्ट में फ्लैट में अब खिड़की दरवाजों या जो भी खुले स्थान हैं उनको बंद किया जा रहा है. एमरोल्ड कोर्ट के निवासियों को एक फॉर्म सोसाइटी की तरफ से दिया गया है जिसमें निवासियों को अपना फ्लैट खाली करने से पहले फ्लैट डिटेल्स के साथ फॉर्म में लिखे नियमों को पूरा करना होगा.
फॉर्म में लिखे नियमों के मुताबिक निवासियों को अपने खिड़की दरवाजे पूरी तरीके से बंद करने होंगे. अपने ऐसी और चिमनी के ब्लॉक को पूरी तरीके से सील करना होगा. गैस कनेक्शन को पूरी तरीके से बंद करना होगा और साथ ही साथ अपने इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन को भी डिस्कनेक्ट करना होगा.
साथ ही साथ निवासियों की गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था को भी लेकर ट्रैफिक विभाग ने आसपास की सोसायटी में जगह ली है जहां पर यहां के निवासी अपने वाहन को पार्किंग में लगा सकेंगे.
टावर गिराने के बाद वहां बनेगा पार्क
ट्विन टावर में ब्लास्ट के बाद निकलने वाले मलबे को साफ कर फिर से पार्क बनाया जाएगा. एमराल्ड का जो नक्शा नोएडा प्राधिकरण ने पास किया था, उसमें दोनों टावर के स्थान पर ग्रीनरी को दिखाया गया है. ये तय किया गया है कि टावर गिरने के बाद फिर से वहां पार्क बनाया जाएगा.
ट्विन टावर देश का सबसे ऊंचा टावर है, जिसे गिराया जाएगा. इससे पहले विदेशों में कई और ऊंचे टावर गिराए जा चुके हैं. इसके पहले न्यूयार्क की सिंगर बिल्डिंग, जो 187 मीटर ऊंची थी जिसमें 47 मंजिलें थीं, गिरा दी गई. जोहान्सगर्ब की 108 मीटर ऊंची इमारत को भी ध्वस्त किया गया था. ट्विन टावर को ध्वस्त करने के बाद करीब 60 हजार टन मलबा निकलेगा. इसमें 4 हजार टन सरिया और स्टील होगी, जिसे अलग किया जाएगा. यह करीब 30 हजार टन बेसमेंट को भरने में प्रयोग होगा. शेष 30 हजार टन के आस-पास मलबे का निस्तारण किया जाएगा.
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