Chhattisgarh Sharab Ghotala: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED की कार्रवाई, एजेंसी ने लिया ये बड़ा एक्शन
Chhattisgarh Liquor Scam News: ED के अधिकारियो का कहना है कि इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां होगी जिससे इस पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा कि 2000 करोड़ के इस घोटाले में और कौन-कौन से लोग शामिल हैं.
Chhattisgarh Liquor Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनका नाम रोहित और पप्पू ढिल्लों है. दोनों आरोपियों पर मुख्य आरोपी IAS अनिल टूटेजा और अनवर ढेबर के साथ मिल कर काम करने का आरोप है. एजेंसी ने ये भी कहा कि अनिल टूटेजा छतीसगढ़ सरकार में ज्वाइंट सेक्रेटरी उधोग और व्यापार है और वहीं इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड है. उसकी राज्य के मुख्यमंत्री से नजदीकी है और उसी का फायदा उठा वो इस पूरे नेटवर्क को चला रहा है.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला में बड़ा खुलासा
एजेंसी के मुताबिक नितेश पुरोहित गिरिराज नाम से होटल चलाता है और पप्पू ढिल्लों एक शराब व्यापारी है. ED ने गिरफ्तारी के बाद अदालत को बताया कि नितेश पुरोहित के साथ उसका बेटा यश पुरोहित भी इस अवैध शराब के कारोबार में शामिल है.
गिरफ्तारी से पहले आरोपी नितेश पुरोहित से 30 मार्च 2023 को पूछताछ की गयी थी जिसमें उसने बताया था कि वो गिरफ्तार आरोपी अनवर ढेबर और IAS अनिल टूटेजा के साथ मिल कर इस पूरे 75 रुपये प्रति शराब पेटी के कमीशन में शामिल है जोकि करीब 2 हजार करोड़ का कारोबार है.
आयकर विभाग ने की थी छापेमारी
इनकम टैक्स ने जब छापेमारी की थी और उस दौरान जो डिजिटल डिवाइस जब्त किये गये थे उसमें अनवर ढेबर की whatsapp चैट से इस बात का खुलासा हुया था कि नितेश और उसका बेटा यश बाकी आरोपियों के साथ शामिल है. उसी दौरान हासिल की गयी चैट से पता चला था कि नितेश पुरोहित और अनवर ढेबर इस शराब घोटाले में शामिल है और नितेश ने अनवर के कहने पर 163 करोड़ रुपये पप्पू बंसल और IAS अनील टूटेजा को भेजे थे. इस चैट के बारे में नितेश पुरोहित ने ED की 30 मार्च को हुयी पूछताछ में कबूला था लेकिन बाद में इसके खिलाफ हाइकोर्ट में याचिका दायर किया जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था.
होटल में पहुंचाई गया पैसा
इसके अलावा एजेंसी को जाच में पता चला कि विकास अग्रवाल उर्फ सुबु नाम के आदमी ने अनवर ढेबर के कहने पर नितेश को 20 लाख रुपये उसके होटल गिरिराज में पहुचाये थे. अदालत में एजेसी ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद बताया कि नितेश अपने होटल का इस्तेमाल शराब घोटाले की अवैध कमाई को छिपाने और आगे दूसरे आरोपियों तक पहुंचाने का काम करता था. जब अप्रैल 2019 में आयकर विभाग ने होटल गिरिराज में छापेमारी की थी तब भी 1 करोड़ रुपये गोल्डी भाटिया से पकड़े गये थे जो शराब व्यापारी है. एजेंसी ने जब 9 मई को होटल में छापेमारी की थी तब भी आरोपी नितेश अपने बेटे यश के साथ इसी होटल में छिपा हुआ था. ED के अधिकारियो का कहना है कि इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां होगी जिससे इस पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा कि और कौन-कौन लोग इसमें शामिल है.