वॉशिंगटन: 8 बच्चों ने दुनिया की सबसे बड़ी चॉकलेट कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. इन 8 बच्चों ने दावा किया है आइवरी कोस्ट (Ivory Coast) में कोको के बागानों में उनसे बंधुआ मजदूरी कराई जा रही थी. आरोप है कि ये बड़ी कंपनियां हजारों गरीब बच्चों से बंधुआ मजदूरी करा रही हैं. जिन कंपनियों के खिलाफ शिकायत की गई है उनमें नेस्ले (Nestlé), कारगिल (Cargill), बैरी कैल्लेबाउट (Barry Callebaut), मार्स (Mars), ओलम  (Olam), हर्षी (Hershey) और मोंडलेज (Mondelēz)हैं. 8 बच्चों की तरफ से यह शिकायत वॉशिंगटन में एक मानवाधिकार फर्म इंटरनेशनल राइट्स एडवोकेट्स (IRA) ने दायर की है.


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 कई मामलों का खुलासा हो सकता है
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों ने आरोप लगाया है कि पश्चिम अफ्रीकी देश में बिना किसी वेतन और अमानवीय स्थिति में काम करने के लिए उन्हें मजबूर किया जाता है. केस करने वाले सभी बच्चे मूल रूप से माली के रहने वाले हैं और अब वो जबरन श्रम के लिए हर्जाना मांग रहे हैं. इन बड़ी कंपनियों के खिलाफ यह पहला मामला है जिसमें कई दस्तावेज और सबूत हैं जिससे कई मामलों का खुलासा हो सकता है. कई अन्य नाबालिगों के ऐसे हालात और उजागर हो सकते हैं. इससे पहले ऐसी कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं जिनमें मानव अधिकारों का दुरुपयोग, कम वेतन, ताकत के बल पर काम कराना, गरीबी का फायदा उठाना और जबरन बाल श्रम जैसे कई मामलों का खुलासा पश्चिमी अफ्रीका में हो चुका है. इनमें से 45 प्रतिशत मामले कॉफी के बागानों से जुड़े हुए हैं. 


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कैदी की तरह जीवन
8 बच्चों ने कंपनियों पर आरोप लगाया है माली में इन बड़ी कॉफी कंपनियों में उन्हें छल और धोखे से भर्ती कराया जा रहा है. आरोप यह भी है कि उन्हें सीमा पार आइवरी कोस्ट (Ivory Coast) के कोको फार्मों तक पहुंचाया गया था. इन बच्चों की हालत बड़ी दयनीय है, हाथों में चोटों के कई निशाना हैं. बच्चों ने कहा है कि उनसे फसल के बाद भुगतान का वादा किया गया था, लेकिन उन्हें भुगतान नहीं किया गया. लंबे समय तक हर दिन काम करने के लिए मजबूर किया गया और एक कैदी की तरह रखा गया. 


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क्या कहना है कंपनियों का
Cargill की तरफ से कहा गया है 'हमें केस के बारे में जानकारी है. अभी हम इस मामले की बारीकियों पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं, कंपनी कोको उत्पादन में बाल श्रम के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है. बच्चे स्कूल में होने चाहिए. बच्चों को अच्छा पोषण मिलना चाहिए.' वहीं Nestlé ने कहा है, 'हम बाल श्रम के खिलाफ हैं. हमने इसके खिलाफ स्पष्ट नीतियां भी बनाई हैं. हम बाल श्रम  खत्म करने के लिए खुद काम कर रहे हैं. कोको आपूर्ति करने के काम में बाल श्रम कतई न हो इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं.'  Mars और Hershey ने इस मुकदमे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.


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