Class I girl letter to PM Modi: महंगाई को लेकर देश विदेश में बहुत सी फिल्में बनी हैं. कहानी और किताबों में तो इसके बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका है. साहित्यकारों ने किसी लेख में तो कवि ने अपनी किसी कविता में महंगाई की एकदम सटीक व्याख्या की है. कुछ शायरों ने महंगाई पर ऐसा शेर और कलाम पढ़ा कि उसमें छिपे तंज को समझकर लोग दाद देने लगे. 'महंगाई डायन खाय जात है' जैसे फिल्मी गानों में आम आदमी के मन में छिपी पीड़ा को समझा जा सकता है. ऐसे में जब महंगाई ने बड़ों से लेकर बच्चों सबपर बराबर असर डाला तो कन्नौज की एक बच्ची ने पीएम मोदी को महंगाई के चलते लेटर लिख दिया. बच्ची ने अपने पत्र में पेंसिल-रबर से लेकर मैगी तक के दाम का जिक्र किया है और बच्ची की ये चिठ्ठी लोगों को खूब पसंद आ रही है.


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पीएम के नाम पाती


यूपी के कन्नौज जिले स्थित छिबरामऊ निवासी कृति दुबे, सुप्रभाष अकादमी में कक्षा एक में पढ़ती हैं. हाल ही में कॉपी-किताबों, रबर और पेंसिल सब महंगी हुई हैं, उससे परेशान होकर छात्रा कृति दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपने मन की बात और मंमी का गुस्सा दोनों को साझा किया है. कृति के पापा विशाल दुबे एक अधिवक्ता हैं जो अपनी बेटी की लिखी चार लाइनों की वजह से पूरे यूपी में मशहूर हो गए हैं.


पीएम को लिखी चिट्ठी में बच्ची ने लिखा- 'कि मेरा नाम कृति दुबे है। मैं कक्षा एक में पढ़ती हूं। मोदी जी आपने बहुत मंहगाई कर दी है। यहां तक पेंसिल, रबर तक महंगी कर दी है और मेरी मैगी भी दाम बढ़ा दिए हैं। अब मेरी मां पेंसिल मांगने पर मारती है। मैं क्या करूं। दूसरे बच्चे मेरी पेंसिल चोरी कर लेते हैं।' इसी चिट्ठी को परिवार ने पोस्ट कर दिया. इस तरह बात निकली तो बड़ी दूर तक चली गई.


एसडीएम ने दिया आश्वासन


टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक छिबरामऊ के एसडीएम अशोक कुमार से सोशल मीडिया के जरिए बच्ची के इस पत्र के वायरल होने की पुष्टि की है. एसडीएम अशोक कुमार ने कहा, 'मैं अपनी व्यक्तिगत क्षमता के स्तर पर इस बच्ची की मदद के लिए तैयार हूं. मुझे बड़ी खुशी होगी कि कृति अपनी पढ़ाई लिखाई या किसी भी और चीज के लिए मुझसे कुछ कहेगी तो मैं फौरन उसकी बात रखते हुए होनहार बच्ची की मदद के लिए वहां पहुंच जाऊंगा.' 


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