मोहाली: पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा दांव चला है. आज (शनिवार को) सीएम केजरीवाल पंजाब के मोहाली पहुंचे और वहां प्रदर्शन कर रहे टीचर्स के साथ धरने पर बैठ गए. जानकारी के मुताबिक, ये टीचर पिछले 11 साल से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन अबतक सरकार ने इनकी कोई मदद नहीं की है. लेकिन अब सीएम अरविंद केजरीवाल ने इन टीचर्स का समर्थन किया है.


धरने पर बैठे सीएम केजरीवाल


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बता दें कि इससे पहले चंडीगढ़ पहुंचकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कई टीचर धरने पर बैठे हैं. उनके गंभीर मसले हैं. लेकिन टीचर को क्लासरूम के बजाय टावर पर चढ़ना पड़ रहा है. पंजाब सरकार टीचर्स की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है. सीएम केजरीवाल ने ये बात एक बेरोजगार ETT टीचर के चंडीगढ़ में टीवी टावर पर चढ़ने को लेकर चन्नी सरकार पर तंज कसते हुए कही.


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सीएम केजरीवाल ने टीचर्स को दिलाया भरोसा


गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी विधान सभा चुनाव से पहले पंजाब में अपनी जमीन तलाश रही है. माना जा रहा है कि इसीलिए आम आदमी पार्टी पंजाब के हर मुद्दे में दखल देने की कोशिश कर रही है. जान लें कि धरना स्थल पर पहुंचकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टीचर्स को संबोधित किया और उनकी मांगों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मेरिट लिस्ट तुरंत जारी होनी चाहिए. महज 6 हजार रुपये में कोई कैसे अपना परिवार चला सकता है?


मोहाली में धरना दे रहे एक टीचर ने कहा कि ये अच्छी बात है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल कम से कम हमारी बात सुनने के लिए यहां तक आए हैं. सरकार की तरफ से हमें कोई भी मदद नहीं मिली है. हम अपनी मांगों को लेकर हाई कोर्ट तक भी जा चुके हैं. जब भी हम सरकार के पास गए तो हम से यही कहा गया कि जाओ कोर्ट जाओ.


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क्या है धरना दे रहे टीचर्स की मांग?


धरना स्थल पर मौजूद एक अन्य टीचर ने बताया कि वो चाहती हैं कि उनके अनुभव को देखते हुए सरकारी कॉलेजों में उनकी नौकरी पक्की कर दी जाए. वो उतना ही काम करती हैं जितना कोई सरकारी प्रोफेसर करता है. पूरे पंजाब में ऐसे 906 टीचर हैं.