नागपुर: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जिस गांव को गोद लिया, उसमें बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. फेतरी गांव में ग्राम पंचायत चुनाव में ग्राम सरपंच के पद पर कांग्रेस -राकांपा समर्थित एक महिला उम्मीदवार ने जीत हासिल की है. कांग्रेस-राकांपा गठबंधन की धनश्री धोमने मुख्यमंत्री द्वारा गोद लिए गए फेतरी गांव में सरपंच चुनी गई हैं. यह गांव नागपुर के पास है. भाजपा ने फेतरी ग्राम पंचायत चुनाव में नौ सीटों में पांच सीटें जीत ली. भाजपा को एक और झटका लगा, जब राज्य के ऊर्जा मंत्री और नागपुर के प्रभारी मंत्री चंद्रशेखर बवनकुले के नागपुर के कोरादी में गोद लिए गांव सुरादेवी में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार सुनील दुधपचारे की जीत हुई.


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बहरहाल फडणवीस ने सरपंच चुनाव पर मुंबई में सवालों के जवाब में कहा, "मैंने इन गांवों के लोगों से कहा था कि (गांव को गोद लेना) मेरा राजनीतिक एजेंडा नहीं है . एक गांव में अपनी रैली में मैंने ग्रामीणों से कहा भी वे अपना उम्मीदवार चुनने के लिए स्वतंत्र हैं." उधर, महाराष्ट्र में पहली बार एक ट्रांसजेंडर को ग्राम पंचायत में सरपंच चुना गया. दयानदेव शंकर कांबले सोलापुर जिले के मलशिरास तहसील के तरंगफाल ग्राम पंचायत के सरपंच निर्वाचित हुए. कांबले ने छह अन्य उम्मीदवारों को परास्त किया.


नादेड़ नगर निकाय चुनाव में भी बीजेपी को मिली थी हार
कांग्रेस ने नांदेड़-वाघला महानगर पालिका पर दोबारा कब्जा जमा लिया है. कांग्रेस ने अभी तक 81 सीटों में से 66 पर जीत दर्ज की थी. नादेड़ चुनाव में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना पर दिया गया बयान बहुत चर्चा में रहा था. फडणवीस ने हमला बोलते हुए कहा था कि शिवसेना को वोट देने का मतलब होगा कांग्रेस को सत्ता में वापस लाना. फडणवीस ने कहा था कि केंद्र और राज्य सरकारों में भाजपा की सहयोगी शिवसेना 11 अक्टूबर को होने वाले निकाय चुनाव के लिए गिनती में भी नहीं है.