MK Stalin: तमिलनाडु में महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षा का दावा करते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को अन्ना यूनिवर्सिटी रेप केस में फौरन जांच और 60 दिनों के अंदर आरोपपत्र दाखिल करने का यकीन दिलाया है. इस मुद्दे पर AIADMK के हमले का जवाब देने के लिए उन्होंने पोलाची यौन उत्पीड़न मामले को उठाया. उन्होंने विधानसभा में कहा,'सरकार स्पोशल कोर्ट के ज़रिए मामले की जल्द सुनवाई करने और मुजरिम को सख्त से सख्त सजा दिलाने की हर मुमकिन कोशिश करेगी. 


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इस दौरान स्टालिन ने पिछली AIADMK सरकार के ज़रिए पोलाची यौन उत्पीड़न मामले से निपटने के तरीके की आलोचना की, जिसके बाद पार्टी सदस्यों ने सदन से वॉक आउट भी किया. अन्ना यूनिवर्सिटी रेप मामले के संबंध में स्पेशल ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने इसे एक भयावह कृत्य भी करार दिया. उन्होंने कहा,'अगर जांच में पता चलता है कि इसमें और भी अपराधी शामिल थे, चाहे वे कोई भी हों, तो उन्हें भी बिना किसी रहमदिली के सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. 


आरोपी हमारी पार्टी का समर्थक


उन्होंने गणानाशेखरन को गिरफ्तार करने में पुलिस की कार्रवाई की तारीफ भी की. स्टालिन ने कहा कि पार्टियां हाई कोर्ट की विशेष जांच टीम को कोई भी सबूत दे सकती हैं. गणनाशेखरन के सत्तारूढ़ डीएमके का सदस्य होने के आरोपों पर स्टालिन ने कहा कि वह केवल पार्टी समर्थक है और हम इससे इनकार नहीं कर रहे हैं. उन्होंने मंत्रियों और राजनेताओं के साथ तस्वीरें ली होंगी, चाहे वह कोई भी हो, चाहे वे डीएमके के लोग ही क्यों न हों, हम कार्रवाई करेंगे. वह पार्टी समर्थक है और यही सच्चाई है. हमने उसकी सुरक्षा नहीं की है, उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया.


हमारी सरकार सख्ती से निपटेगी


इस दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन ने विपक्ष पर एक छात्र से जुड़े संवेदनशील मामले में प्रचार और राजनीतिक लाभ के लिए 'सस्ती गतिविधियों' में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराधों से सख्ती से निपटेगी. सीएम ने कहा,'कई लोग इस घटना का इस्तेमाल यह कहने के लिए साजिश रचने की कोशिश कर रहे हैं कि महिलाएं पूरी तरह असुरक्षित हैं' उन्होंने आगे कहा कि सीसीटीवी कैमरों ने आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने में मदद की और अपर्याप्त सुरक्षा के दावों को भी खारिज किया.