Congress President का चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच Shashi Tharoor को BJP ने दी नसीहत, कहा- इससे सीखें सबक
Amit Malviya To Shashi Tharoor: तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद थरूर ने कुछ दिन पहले एक स्थानीय दैनिक में पार्टी के शीर्ष पद के लिए एक प्रतियोगिता की जरूरत पर अपनी राय रखी थी. जैसे ही लेख वायरल हुआ, इसने अटकलों को जन्म दिया कि वह पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए प्रयास कर सकते हैं.
Congress President Election: कांग्रेस नेता शशि थरूर के पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच बीजेपी नेता अमित मालवीय ने मंगलवार को उन्हें इतिहास से सबक सीखने के लिए आगाह किया. चुनाव के लिए थरूर को शुभकामनाएं देते हुए मालवीय ने कहा कि उन्हें इतिहास से मिले सबक से सीखना चाहिए. उन्होंने उन्हें विशेष रूप से उड़ानों और चार्टर विमानों से बचने की सलाह भी दी.
मालवीय ने दी ये नसीहत
मालवीय ने ट्वीट किया, 'अगर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए लड़ने के इरादे से शशि थरूर की मीडिया रिपोर्ट्स सही हैं, तो उन्हें तुरंत सार्वजनिक शौचालयों के आसपास रहना बंद कर देना चाहिए और विशेष रूप से उड़ानों, चार्टर्ड विमानों या हेलिकॉप्टरों से बचना चाहिए. उन्हें इतिहास से सबक लेना चाहिए.'
थरूर ने लिखा था लेख
तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद थरूर ने कुछ दिन पहले एक स्थानीय दैनिक में पार्टी के शीर्ष पद के लिए एक प्रतियोगिता की जरूरत पर अपनी राय रखी थी. जैसे ही लेख वायरल हुआ, इसने अटकलों को जन्म दिया कि वह पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए प्रयास कर सकते हैं. हालांकि थरूर ने मंगलवार को सफाई देते हुए कहा, 'मैंने कभी नहीं कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा, बाकी पर बाद में चर्चा हो सकती है.'
30 सितंबर नामांकन की आखिरी तारीख
यह जानने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा कि क्या थरूर वास्तव में इस रेस में हैं. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है. आने वाले दिनों में चीजें और साफ होने की संभावना है क्योंकि कांग्रेस पार्टी की 'भारत जोड़ी यात्रा' 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू होगी और 11 सितंबर को केरल की सीमा पर पहुंचेगी. यह 19 दिनों में 43 विधानसभा क्षेत्र और 12 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करेगी और 453 किलोमीटर की यात्रा करेगी. हालांकि राजनीतिक पंडित कहते हैं कि थरूर ने जब 2009 में लोकसभा का चुनाव लड़ा, तब से वह कभी भी ऐसे शख्स नहीं रहे, जिन्हें यहां के फ्रंटलाइन कांग्रेस नेता पसंद करते हों.
फिलहाल, भले ही केरल में कांग्रेस पार्टी गुटों में बंटी हुई है, गांधी परिवार के खिलाफ कोई खुला विरोध नहीं है. यह थरूर के लिए एक चिंता का विषय है कि ए.के. एंटनी, ओमन चांडी, रमेश चेन्नीथला और के. सुधाकरन (पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष) और विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन जैसे नेताओं के गांधी परिवार के खिलाफ जाने की संभावना नहीं है.
(इनपुट-पीटीआई/IANS)
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