शिलांग : नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कोनराड संगमा ने कहा कि मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने राज्य में सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आज (मंगलवार) सुबह 10:30 बजे आयोजित किया जाएगा. संगमा ने कहा, ‘मेरे पास संख्याबल होने के कारण राज्यपाल ने राज्य में सरकार बनाने के लिए मुझे आमंत्रित किया है.’ 


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34 विधायकों का समर्थन
उनके दावे की पुष्टि करते हुए राज भवन के एक अधिकारी ने कहा, ‘राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए कोनराड संगमा को आमंत्रित किया है, क्योंकि उनके पास 34 विधायकों का समर्थन है.’ उन्होंने कहा कि 7 मार्च को विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा. इससे पहले नई सरकार का गठन हो जाएगा. 


बीजेपी होगी सरकार में शामिल
बीजेपी, एनपीपी और यूडीपी के नेताओं के राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की और मेघालय में सरकार बनाने का अपना दावा पेश किया था. उधर, बीजेपी नेता हेमंत बिस्व सरमा ने स्पष्ट किया है कि नई सरकार में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा. सरकार में शामिल सभी पार्टियों के 2 विधायकों में से एक विधायक सरकार में शामिल होगा.


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भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे. संगमा ने रविवार की शाम गंगा प्रसाद से मुलाकात की थी और 60 सदस्यीय विधानसभा में 34 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया था.


राहुल गांधी ने बोला हमला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि मेघालय में बीजेपी ने जनादेश का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार जनादेश का अपमान कर रही है. पहले मणिपुर, फिर गोवा और अब मेघायल में जनता द्वारा नकारे जाने के बाद भी पार्टी वहां जोड़-तोड़ की राजनीति कर सरकार बनाने जा रही है. यह सरासर जनादेश का अपमान है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मेघालय में बीजेपी ने दूसरों के सहारे सत्ता छीनी है. उन्होंने कहा इसे सत्ता पाना नहीं बल्कि सत्ता छीनना कहते हैं. 


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नागालैंड में एनपीएफ से 15 वर्ष पुराना नाता तोड़ा
उधर, भाजपा ने कहा कि वह नगालैंड में अपने चुनाव पूर्व गठबंधन सहयोगी एनडीपीपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी. पार्टी ने नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के साथ 15 वर्ष पुराने गठबंधन को आगे बढ़ाने से भी इंकार किया. एनडीपीपी के वरिष्ठ नेता नेफ्यू रियो से यहां मुलाकात करने के बाद भाजपा नेता और असम के वित्त मंत्री हिमांता बिस्व सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी का एनपीएफ से अब गठबंधन नहीं है जो वर्ष 2008 तक राज्य में सत्ता में रही थी. सरमा ने कहा कि वे नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ जाएंगे. 


60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 12 सीटें मिलीं जबकि इसकी सहयोगी एनडीपीपी को 17 सीटें मिलीं. 27 सीटों के साथ एनपीएफ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. दो सीटों पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने जीत दर्ज की है जबकि एक-एक सीट जद यू और निर्दलीय के खाते में गई है.


(इनपुट भाषा से)