पुलिस ने इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र पर लगे पोस्टर हटाए, हिंदू सेना ने किया ये दावा
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारतीय इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र (IICC) के साइनबोर्ड पर पोस्टर लगाने के मामले में दिल्ली संपत्ति संरक्षण अधिनियम की धारा 3 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) के लोधी रोड इलाके में भारतीय इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र (IICC) के एक साइनबोर्ड पर लगे आपत्तिजनक पोस्टर को हटा दिया गया है. इस बीच कथित तौर पर हिंदू सेना (Hindu Sena) ने दावा किया कि उसके कार्यकर्ता दुनियाभर में, खासकर फ्रांस में कट्टरपंथी आतंकवादी गतिविधियों का जवाब दे रहे थे.
अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने कहा कि साइनबोर्ड पर लगे पोस्टरों को हटा दिया गया है, जिनमें 'जिहादी आतंकवादी इस्लामिक सेंटर' लिखा हुआ था. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) से जानकारी मिलने के बाद तुगलक रोड थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है पुलिस
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिल्ली संपत्ति संरक्षण अधिनियम की धारा 3 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हम आसपास क्षेत्र में और वहां लगे सीसीसीटी (CCTV) कैमरे स्कैन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई प्रासंगिक फुटेज नहीं मिला है. वहीं एनडीएमसी (NDMC) के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को नियमों के अनुसार कार्रवाई करने के लिए सूचित किया गया था.
इसके पीछे हिंदू कार्यकर्ताओं के हाथ
हिंदू सेना (Hindu Sena) के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता (Vishnu Gupta) ने कहा कि उन्हें पता चला है कि उनके समूह के कुछ कार्यकर्ता इसके पीछे थे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'जब हमने कार्यकर्ताओं से पूछा, तो उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में, विशेषकर फ्रांस में कट्टरपंथी आतंकवादी गतिविधियां हो रही हैं. हमारे कार्यकर्ताओं ने इंडिया इस्लामिक सेंटर में पोस्टर लगाकर इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ रोष व्यक्त किया.
हिंदू सेना ने पहले भी लगाए हैं पोस्टर
यह पहली बार नहीं है जब हिंदू सेना (Hindu Sena) ने राष्ट्रीय राजधानी में साइनबोर्ड पर पोस्टर लगाए हैं. इससे पहले इस साल जून में हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में 20 जवानों के शहीद होने के बाद दिल्ली में चीनी दूतावास के बाहर पोस्टर लगाए थे. हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने पिछले साल बाबर रोड साइनबोर्ड को काला कर दिया गया था और सड़क का नाम बदलने की मांग की थी. इससे पहले मई 2015 में अकबर रोड और फिरोज शाह रोड के साइनबोर्ड पर भी पोस्टर लगाए गए थे.