जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव अचानक अपने एक बयान से चर्चा में आ गए हैं. उनका ताजा बयान सुर्खियों में है. दरअसल, उन्होंने कांवड़ यात्रा को लेकर कहा कि ये आडंबर और अंधविश्वास मात्र है. बिहार के हाजीपुर में पप्पू यादव से जब सावन में भगवान शिव में आस्था रखने वाल और जल चढ़ाने जाने वाले लोगों के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये लोग अंधविश्वास के शिकार हैं और पूर्ण रूप से आडंबर है.


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पप्पू यादव ने आगे कहा कि सावन में होने वाली कांवड़ यात्रा में सिर्फ गरीब लोग ही शामिल होते हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह ये लोग अंधविश्वासी हैं और आडंबर से भरे हुए होते हैं. वो यहीं नहीं, उन्होंने शिवभक्तों को गजब की सलाह दे डाली और कहा कि मनुष्य प्रेम के बिना शिव प्रेम संभव नहीं हो सकता. ऐसे में शिव पर जल चढ़ाने से कुछ नहीं होता.


बिहार की राजनीति में पप्पू यादव के इस बयान का असर हंगामे के रूप में देखने को मिल सकता है. पप्पू यादव के लिए ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने विवादित बयान दिया हो, बल्कि अकसर उनके बयान सुर्खियां बनते रहे हैं. उन्होंने एक बार रेप केस की पीड़ित लड़कियों व महिलाओं की हालत के लिए उनके परिवार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था.


पप्पू यादव ने कहा था कि बलात्कार की घटनाओं का दंश झेलने के लिए पीड़िता का परिवार ही जिम्मेदार होता है. उन्हें अपने बच्चों का ख्याल रखना चाहिए. अगर किसी परिवार को ऐसा कुछ भी लगता है तो उसे अपने बच्चे का खास ख्याल रखना चाहिए. उन्होंने कहा था कि घर में जो महिलाएं रहती हैं उन्हें खास तौर पर अपने बच्चों पर निगरानी रखना चाहिए. ये सभी गलतियां हमारे परिवार के लोग ही करते हैं.


हाल ही में पप्पू यादव ने बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री के लिए फांसी की सजा की मांग की थी. महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में उन्होंने उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को लेकर ये बात कही थी.