Coromandel Train Accident Latest Update: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार रात हुए भीषण ट्रेन हादसे का असर दूसरी ट्रेनों के संचालन पर भी पड़ा है. भारतीय रेलवे ने हादसे में कोरोमंडल रूट डिस्टर्ब देख 3 जून के लिए कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिए हैं. साथ ही कई ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की गई है. अगर आप भी आज यानी शनिवार को रेलवे में सफर करने जा रहे हैं तो पहले ये डिटेल जरूर पढ़ लें.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अगली सूचना तक ये ट्रेनें की गई रद्द


भारतीय रेलवे की ओर से जारी की गई घोषणा के मुताबिक कई ट्रेनें अगली सूचना तक कैंसल कर दी गई हैं. इनमें ट्रेन नंबर- 12839 हावड़ा-चेन्नई सेंट्रल मेल, 12895, 20831 और 02837 को रद्द कर दिया गया है. इसी तरह हावड़ा पुरी सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12837 को भी कैंसल कर दिया गया है. इसके साथ ही हावड़ा-एसएमवी बैंगलोर एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12863 को भी रद्द कर दिया गया है. 


इन ट्रेनों का रूट हुआ डायवर्ट


  • जिन ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है, उनकी डिटेल इस प्रकार है:-

  • ट्रेन नंबर- 18409 को टाटा जमशेदपुर की ओर डायवर्ट किया गया है. 

  • ट्रेन नंबर- 22817 को भी टाटा जमशेदपुर की ओर डायवर्ट किया गया है.

  • ट्रेन नंबर- 22873 भी टाटा जमशेदपुर होते हुए अपनी मंजिल पर जाएगी.

  • ट्रेन नंबर- 22807 को भी वाया टाटा जमशेदपुर आगे भेजा जाएगा. 

  • सिकंदराबाद-शालीमार साप्ताहिक ट्रेन ( ट्रेन नंबर 22850) का रूट डायवर्ट करके कटक, सालगांव, अंगुल से होते हुए निकाला जाएगा. 

  • वास्को डी गामा - शालीमार एक्सप्रेस ( ट्रेन नंबर 18048) को कटक, सालगांव और अंगुल के रास्ते डायवर्ट किया गया है.

  • चेन्नई सेंट्रल-हावड़ा एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12840) खड़गपुर मंडल में वाया जारोली होकर चलाई जाएगी. 

  • ट्रेन नंबर 15929 को वापस भदरक बुलाया जा रहा है. 


पश्चिम बंगाल सरकार ने शुरू किया कंट्रोल रूम 


ओडिशा में ट्रेन हादसे पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शोक जताया है. उन्होंने घटना में हताहत हुए पश्चिम बंगाल के लोगों की मदद के लिए कोलकाता में कंट्रोल रूम शुरू करने की घोषणा की. सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'हम अपने लोगों की मदद के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे और ओडिशा सरकार के साथ तालमेल कर रहे हैं. इसके लिए कोलकाता में इमरजेंसी कट्रोल रूम नंबर 033- 22143526/22535185 सक्रिय कर दिया गया है. राज्य के पीड़ित परिजन इन नंबरों पर कॉल करके अपने परिवार वालों का हाल-चाल जान सकते हैं.'