नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के नजदीक गौतम बुद्ध नगर यानी नोएडा (Noida) के ग्रामीण इलाकों में कोरोना का कोहराम जारी है. यूपी (UP) में हाल ही में खत्म हुए पंचायत चुनावों के बाद गांवों में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामलों में अचानक तेजी से इजाफा हुआ है.


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ग्रेटर नोएडा वेस्ट के कई गांवों में पिछले 20 दिन में 65 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में अधिकांश बुजुर्ग हैं जिन्हें पहले से कई बीमारियां थीं. यहां अब भी कई लोग बुखार से पीड़ित हैं. वहीं कई लोगों में कोरोना के स्पष्ट लक्षण है.


इन गांवो में बिगड़े हालात


ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में आने वाले खैरपुर गुर्जर, जलालपुर, मिलक लच्छी और सैनी में हाहाकार मचा है. हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक खैरपुर के ग्रामीणों ने बताया कि 15 दिनों में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इनमें अधिकतर को बुखार, खांसी, जुकाम और हाथ-पैर में दर्द की शिकायत थी. वहीं कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत थी.


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अभी तक नहीं हुआ सैनेटाइजेशन


हालात बिगड़ने पर लोगों में नाराजगी है. गांव वालों ने कहा कि मरने वालों में 35 से 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं. सभी जानकारी प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को दी गई, लेकिन अभी तक गांव में सेनेटाइजेशन नहीं करवाया गया है.


खबरों के मुताबिक इसी तरह जलालपुर गांव में भी 15 दिनों में 25 लोगों की मौत हो चुकी है. 28 अप्रैल से हालात अधिक बिगड़े हैं. जानकारी के मुताबिक इस गांव में बुखार, खांसी, जुकाम के मरीज अधिक हैं. 


जांच कराने से बच रहे लोग


वहीं सैनी गांव के हालात भी ऐसे ही हैं. यहां बीते 20 दिनों में 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. गांव के लोग खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित हैं. गांव के रविंद्र शर्मा ने बताया कि लोग जांच कराने से बच रहे हैं, जबकि वो लक्षण वाले मरीज हैं. वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांव मिलक लच्छी में तो 100 से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में हैं. इस गांव में 15 दिनों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है. यहां लोग गांव में जांच कैंप लगाने की मांग कर रहे हैं. 


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