नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की बेकाबू रफ्तार के साथ कोरोना के लक्षणों में फिर बदलाव के संकेत मिले हैं. इस बार का कोरोना संक्रमण बुजुर्गों से ज्यादा युवाओं को अपना शिकार बना रहा है. इस बार कुछ ऐसे भी मरीज सामने आए हैं जिसको बुखार और सर्दी जुकाम नहीं था इसके बावजूद वो कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित पाए गए हैं. 


युवाओं पर बढ़ा खतरा?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस पूरे प्रकरण पर डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का शोध जारी है. दुनियाभर की कोरोना स्टडी में जिनोम सिक्वेंसिंग समेत कई जांचों का अहम योगदान है. इस बीच युवाओं पर बढ़े खतरे को लेकर जेनेस्ट्रिंग्स डायग्नोस्टिक सेंटर की फाउंडर डॉयरेक्टर डॉ गौरी अग्रवाल ने कहा, 'बुजुर्गों की तुलना में युवा ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं. इस बार सेकेंड वेव के लक्षण अलग हैं. 



ये भी पढ़ें- Corona: Maharashtra में नहीं दिख रहा 'Lockdown' का असर, 68,631 नए मामले; हर घंटे 20 लोगों की हो रही मौत


इस बार बुखार की शिकायत कम!


डॉक्टर गौरी के इस बार का कोरोना म्यूटेशन ज्यादा रहस्यमयी है. कई मामलों में आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी कोरोना वायरस को नहीं पकड़ पाई और जरूरत पड़ने पर सीटी स्कैन से कोरोना होने का खुलासा हुआ. यानी इस बार सभी मरीज को बुखार होने की शिकायत नहीं है.


टेस्टिंग के लिए जागरूकता बढ़ी


डॉ. गौरी ने कहा कि फिलहाल कोरोना वायरस के लिए टेस्टिंग बढ़ गई है, घर से सैंपल लेने के लिए बहुत कॉल आ रही है जिससे वर्क लोड तेजी से बढ़ा है. इंफ्रास्ट्रक्चर और मशीनों की कोई समस्या नहीं, दिक्कत 24 घंटे के भीतर आईसीएमआर एंट्री करने को लेकर हैं. गौरतलब है कि लगातार कहा जा रहा है कि दिल्ली समेत कई राज्यों में आधे से ज्यादा नए मरीज 45 साल के कम आयु वर्ग के हैं.


VIDEO