सर्दियों में ज्यादा सक्रिय रहता है Coronavirus, भूलकर भी न करें ये गलती
अमेरीका की ऊटा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अध्ययन में चिंता बढ़ाने वाली बात सामने आई है. सर्दियों में कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा ज्यादा बढ़ गया है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप कम जरूर हो रहा है लेकिन वायरस खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में अमेरिका (America) की ऊटा यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च हैरान करने वाली है. रिसर्च के मुताबिक, सर्दियों में कोरोना वायरस सतह पर ज्यादा सक्रिय रहता है. रिसर्च में जो तथ्य सामने आए हैं उनके मुताबिक दिसंबर-जनवरी में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
सतर्क रहने की जरूरत
पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस वक्त कोरोना महामारी की वैक्सीन (Corona Vaccine) खोजने में लगे हुए हैं. कई देशों में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है तो कहीं केस कम हुए हैं. इसी को लेकर पूरी दुनिया में कोरोना पर रिसर्च हो रही हैं. ऐसे में अमेरिका की ऊटा यूनिवर्सिटी में हुई एक हालिया रिसर्च डराने वाली है. दरअसल बायोकेमिकल एंड बायोफिजिकल रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन में यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि सर्दियों के मौसम में तापमान में गिरावट से कोरोना वायरस (Coronavirus) सतह पर ज्यादा समय तक सक्रिय रहता है. भारत में सर्दियों का सबसे खतरनाक समय चल रहा है. पहाड़ों में हो रही बर्फबारी से पूरे उत्तर भारत में शीत लहर चल रही है. ऐसे में ऊटा यूनिवर्सिटी की रिसर्च डरा रही है.
क्या कहना है एक्सपर्ट का
एम्स (AIIMS) के डॉक्टर संजय राय का कहना है कि रिसर्च ये कहती है कि सर्दियों में कोरोना का संक्रमण सतह पर बना रह सकता है. ये बिल्कुल सही भी है. जब व्यक्ति खांसता या छींकता है तब उसके मुंह से ड्रॉपलेट्स निकलते हैं और सतह पर जमा हो जाते हैं, ये बात हमने अप्रैल और मई में भी कही थी लेकिन सर्दियों में खतरा अब ज्यादा बढ़ गया है.
वैक्सीन आने तक रखें ज्यादा खयाल
शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि कोरोना वायरस (Corona Vaccine) सामान्य तौर पर तब फैलता है जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, ऐसे में जब कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति खांसेगा तो उसके मुंह के कण सतह पर जल्दी सूख जाएंगे लेकिन बावजूद इसके, सर्दियों में वह वायरस सतह पर ही बना रहेगा. इसलिए डॉक्टरों का मानना है कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक आप अपना ज्यादा खयाल रखें, खासतौर पर जब देश में सर्दियां बढ़ गई हों. वैज्ञानिकों ने इस रिसर्च का पता उन्नत माइक्रो स्कोपी तकनीक से लगाया है, जिसमें छोटे ड्रॉपलेट्स हवा में उड़कर संक्रमण फैलाते हैं.
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बच्चों और बुजुर्गों का रखें ध्यान
चूंकि सर्दियों में वायरस सतह पर ज्यादा सक्रिय रहता है इसलिए सबसे ज्यादा खयाल बच्चों का रखना होगा. बच्चे अक्सर किसी भी चीज को छूते रहते हैं, ऐसा करने से उन्हें रोकें. दरवाजे या बाहर से आने वाले सामान को बच्चों को न छूने दें. साथ ही बुजुर्गों का भी खास खयाल रखें. कोशिश करनी चाहिए कि अभी सार्वजनिक स्थानों पर बुजुर्ग न जाएं. पार्क में बेंच आदि पर न बैठें. किसी भी स्थान पर बैठने से पहले डिसइनफेक्ट जरूर करें. बेवजह चीजों को टच न करें.