Jammu Kashmir: बीएसएफ स्थापना दिवस के मौके पर IG अशोक यादव ने बताया कि ठंड के मौसे के चलते चुनौतियां में इजाफा होने वाला है. साथ ही PoK में 130-140 आतंकवादी लॉन्चिंग पैड पर बैठे हुए हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और हमने उनकी मंसूबों के नाकाम करने के लिए योजनाएं बनाई हुई हैं.
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BSF Foundation Day: देश में हर साल 1 दिसंबर को बीएसएफ का स्थापना दिवस मनाया जाता है. इससे पहले आज 60वें स्थापना दिवस पर बड़गाम जिले के हुमहामा इलाके में बीएसएफ हेडक्वॉर्टर में मिलन समारोह आयोजित किया. इस मौके पर आईजी ने बीएसएफ के बारे में बारे में लोगों को बताया. साथ ही यह भी बताया कि किस तरह बीएसएफ जम्मू-कश्मीर में अपने ऑपरेशंस को अंदाम देती है. इतना ही उन्होंने यह भी बताया कि ठंड का मौसम आने की वजह से चुनौतियां में इज़ाफा होने जा रहे है लेकिन आतंकवादियों को शिकस्त देने बीएसएफ के जवान खड़े हुए हैं.
बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने कहा कि 1 दिसंबर हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है. 1 दिसंबर 1965 को बीएसएफ का गठन किया गया था. हम हर साल इस दिन को मनाते हैं और देश के लिए जो प्रतिबद्धता हमने जताई थी, उसे हम और मजबूत करते हैं. आईजी फ्रंटियर ने अग्रिम इलाकों और कश्मीर के हालात के बारे में भी बात की. यादव ने कहा,'आतंकवादियों ने आपस में संवाद कम कर दिया है, जिससे सिक्योरिटी फोर्सेज के लिए उन्हें पकड़ना बहुत बड़ी चुनौती बन गई है.
A grand #Praharibhoj was held at Ftr HQ on #BSFRaisingDay2024to mark #BSFAt60 , graced by Sh. Satish S. Khandare , IPS, ADG(WC), Sh. Ashok Yadav, IPS, IG #BSFKashmir , Officers, SOs , ORs families & jubilant retirees. The event celebrated pride, camaraderie & BSF's legacy. pic.twitter.com/Qyut18klky
— BSF Kashmir (@BSF_Kashmir) November 30, 2024
उन्होंने आगे कहा,'सर्दी शुरू हो गई है और सर्दी से पहले घुसपैठ की संभावनाएं हैं. घुसपैठ की हर कोशिश को नाकाम करने के लिए सेना ने योजना बनाई है. खुफिया एजेंसियों से हमें इनपुट मिले हैं कि करीब 130-150 आतंकवादी लॉन्चिंग पैड पर मौजूद हैं, लेकिन उनकी कोशिशों को नाकाम करने के लिए हमारे पास योजना है. आतंकवादी हमेशा अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत बनाने की कोशिश करते हैं, वे कम बातचीत करते हैं, लेकिन हम उन पर कार्रवाई करते हैं.
आईजी अशोक यादव ने आगे कहा,'जैसे-जैसे हम सुरक्षा हालात को कंट्रोल करते हैं, आतंकवादी नई रणनीति के साथ आते हैं और सफलता यह है कि संयुक्त रूप से हमने स्थानीय भर्ती को बहुत कम कर दिया है, लेकिन हां विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी है और उनकी रणनीति यह है कि वे कम बातचीत कर रहे हैं और निवास स्थान में न आएं और वे लंबे समय तक छिपे रह सकें, यह एक चुनौती है लेकिन सुरक्षाबलों ने इसका मुकाबला करने के लिए अपनी योजनाएं बनाई हुई हैं.
प्रोग्राम के चीफ गेस्ट एडीजीपी बीएसएफ सतीश एस खंडारे ने बीएसएफ डॉग स्क्वाड और जवानों की अन्य क्षमताओं को देखा और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा फोर्स के दिग्गजों, फ्रंटियर हेडक्वॉर्टर में तैनात सभी कर्मियों के लिए ‘बड़ाखाना’ का आयोजन किया गया.