Covid cases in India: भारत में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक तेजी आई है. देशभर में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 2300 से ज्यादा हो चुकी है. इनमें से 21 मामलों में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 की पुष्टि हो गई है. वहीं, पिछले दो हफ्तों में कोरोना से 16 लोगों की मौत हुई है.


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तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुई केरल और कर्नाटक सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. केरल और कर्नाटक में अब 60 वर्ष से अधिक और बीमार लोगों को मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है. कोरोना के केस बढ़ने की वजह जेएन.1 वेरिएंट को माना जा रहा है. ये कोरोना के वेरिएंट BA.2.86 का ही एक प्रकार है.


भारत में 9 दिन में दोगुने हुए कोरोना के मामले
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 341 केस दर्ज किए गए हैं. इनमें से 292 मामले केरल में सामने आए हैं. वहीं, केरल में पिछले 24 घंटे में कोरोना से तीन लोगों की मौत भी हो गई है. केरल में इस समय कोरोना के कुल एक्टिव केसों की संख्या 2041 है. वहीं, दूसरे नंबर पर कर्नाटक और तीसरे नंबर पर गोवा है जहां क्रमश: 79 और 23 मामले दर्ज किए गए हैं.


कितना खतरनाक है जेएन.1 वेरिएंट?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने फिलहाल जेएन.1 वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' माना है. वहीं, सबसे गंभीर वायरस को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' यानी चिंता माना जाता है. इसके मुताबिक, कोरोना का जेएन.1 वेरिएंट अभी उतना खतरनाक या जानलेवा नहीं है कि ये बड़े पैमाने पर मौतों के लिए जिम्मेदार हो. हालांकि ये वेरिएंट तेजी से म्यूटेट हो रहा है इसलिए इसे लेकर परेशानी ये है कि ये कहीं म्यूटेट होकर खतरनाक ना हो जाए.


क्या है सरकार की तैयारी?
फिलहाल, सरकार किसी तरह की पाबंदियां लगाने के मूड में नहीं हैं. हालांकि, अस्पतालों को हर तीन महीने में मॉक ड्रिल करने, त्यौहार वाली जगहों पर सतर्कता बरतने और सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देश दे दिए गए हैं. आपको बता दें कि सिंगापुर और मलेशिया समेत 35-40 देशों में इस समय कोरोना मामले बढे हुए हैं. सिंगापुर में इस समय 56 हजार से ज्यादा केस हैं, जिसके चलते यहां की सरकार ने मास्क पहनने को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं.