Biporjoy Cyclone: विनाशकारी चक्रवात बिपरजॉय के कारण गुरुवार को गुजरात के कच्छ जिले में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया. इस महातूफान की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए, कई इलाकों में बिजली गुल हो गई, लेकिन शुक्रवार सुबह के शुरुआती घंटों में यह कमजोर पड़ने लगा. गुजरात में अपना असर दिखाने के बाद यह उत्तर की ओर बढ़ गया. 


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गुजरात के तटीय इलाकों में गुरुवार शाम आए 'बेहद गंभीर' चक्रवाती तूफान के कारण कम से कम 22 लोग घायल हो गए. बिपरजॉय 2.30 बजे तक नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि इसके उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और शुक्रवार की सुबह तक और कमजोर पड़ने की उम्मीद है. 


बिपरजॉय तूफान से जुड़े बड़े अपडेट


- बिपरजॉय गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे जखाऊ के पास लैंडफॉल हुआ. इस दौरान 140 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चली. 


- तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए, जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है. तटीय ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में 300 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए हैं. पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (PGVCL) शेष ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है.


- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और स्थिति का जायजा लिया. पीएम मोदी ने गिर वन में शेरों सहित जंगली जानवरों की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी पूछा. 


- आईएमडी ने कहा कि चक्रवाती तूफान ने गुरुवार शाम जखाऊ बंदरगाह के पास तटरेखा को पार किया, लेकिन कई घंटे बाद कमजोर पड़ गया. शुक्रवार को सुबह 2:30 बजे 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रफ्तार से हवाएं चल रही थीं.


-गुजरात के राहत आयुक्त आलोक सिंह ने कहा कि 23 जानवरों की मौत हो गई है, 524 पेड़ गिर गए हैं और कुछ जगहों पर बिजली के खंभे भी गिर गए हैं, जिससे 940 गांवों में बिजली नहीं है.


-मांडवी शहर में पूरी तरह से बिजली गुल रही. तेज हवाओं के कारण जखाऊ-मांडवी रोड के साथ-साथ मांडवी शहर में कई पेड़ उखड़ गए. जिला कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा, अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.


-पश्चिम रेलवे ने कहा कि गुजरात के प्रभावित क्षेत्रों से चलने वाली, शुरू होने वाली या समाप्त होने वाली लगभग 99 ट्रेनें रद्द या शॉर्ट-टर्मिनेटेड रहेंगी.


-गुजरात सरकार ने कहा कि लगभग 1 लाख लोगों को तटीय और निचले इलाकों से आश्रय के लिए स्थानांतरित कर दिया गया था.


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