भुवनेश्वर : तटीय ओडिशा में चक्रवात ‘फोनी’ की तबाही के 11 दिन बाद भी पूरे पुरी जिले और अन्य जिलों के सैकड़ों गांवों में बिजली नहीं आई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. चक्रवात के कारण वहां कम से कम 64 लोग मारे गये हैं.


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तटीय क्षेत्र के कई प्रभावित इलाकों के लोग मंगलवार को सड़कों पर उतर आए और बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की. चक्रवात के कारण पुरी जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. ओडिशा में तीन मई को चक्रवात आया था.


सूचना एवं जन संपर्क सचिव संजय सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने पुरी जिले को छोड़कर अधिकतर स्थानों पर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी है. पुरी में बिजली की आपूर्ति बहाल करना एक बड़ी चुनौती है.’’ 



उधर, चक्रवात फोनी के कारण तीन मई को ओडिशा के तटवर्ती जिलों में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केन्द्र की अंतरमंत्रालयी टीम यहां आई है. अधिकारी ने बताया कि इस नौ सदस्यीय टीम का नेतृत्व केन्द्रीय गृह मंत्रालय में अवर सचिव विवेक भारद्वाज कर रहे हैं.


उन्होंने बताया की टीम सोमवार को प्रभावित क्षेत्रों का मौका-मुआयना करेगी फिर विशेष राहत आयुक्त बी.पी. सेठी टीम को इस संबंध में पूरी जानकारी देंगे. टीम दो हिस्सों में बंटकर सोमवार और मंगलवार को पुरी और खुर्दा की यात्रा करेगी. चक्रवात से दोनों जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.



ओडिशा के मुख्य सचिव ए. पी. पधी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करने से पहले टीम बुधवार को भुवनेश्वर नगरपालिका परिषद भी जाएगी. उन्होंने बताया कि आकलन पूरा कर टीम अपनी रिपोर्ट केन्द्र को सौंपेगी.


चक्रवात फोनी ने तीन मई को ओडिशा में भीषण तबाही मचाई थी. इस आपदा में 64 लोग मारे गए हैं जबकि कम से कम 241 लोग घायल हो गए.