नई दिल्ली: देश के पूर्वी तट की तरफ चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) तेजी से बढ़ रहा है. अनुमान है कि ये तूफान आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और ओडिशा (Odisha) तटीय इलाकों से टकराएगा. इस तूफान का असर देश के अलग-अलग हिस्सों में पड़ेगा. लेकिन इससे सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश और ओडिशा प्रभावित होंगे. ऐसे में दोनों राज्यों की सरकार ने इसे लेकर कई दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं.


चक्रवात जवाद का कहर!


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देश के पूर्वी तट पर फिर से चक्रवाती तूफान का खतरा बना हुआ है. आंध्र प्रदेश और ओडिशा में जवाद तूफान का कहर देखने को मिल सकता है. चक्रवात जवाद के आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास व पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की आशंका है. इसके बाद ये ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट के पास पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा. जवाद 5 दिसंबर की दोपहर को पुरी के आसपास के तट तक पहुंचेगा.


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क्या हो सकती है जवाद की रफ्तार?


बता दें कि चक्रवात जवाद को लेकर देशभर में अलर्ट है. इस तूफान की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे रहने के आसार हैं. तेज हवाओं के चलते पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ सकते हैं. चक्रवात से निपटने के लिए पूर्वी तट वाले राज्यों में NDRF की 46 टीमों को तैनात कर दिया गया है.


रेलवे ने रद्द की 107 ट्रेनें


चक्रवात जवाद के चलते इंडियन रेलवे ने 107 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं. ये आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनें हैं. चक्रवात जवाद को लेकर ओडिशा के 19 जिलों के स्कूल आज बंद रहेंगे. दोनों ही राज्यों में UGC NET की परीक्षाएं टाल दी गई हैं.


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मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, चक्रवात जवाद का असर देश के और भी राज्यों में हो सकता है. बारिश का अलर्ट भी जारी कर दिया गया है.


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