सियोल: दक्षिण कोरिया (South Korea) के दक्षिणी और पूर्वी तटों से शक्तिशाल तूफान के टकराने के बाद बृहस्पतिवार को बेहद तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई. जिसके कारण 2 लाख 70 हजार से ज्यादा घरों में बिजली नहीं आ रही है. प्रकृति के इस कहर में अब तक कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. तूफान की वजह से दक्षिण कोरिया के 2,400 से ज्यादा लोगों को घर से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.


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इस तरह टला सबसे बड़ा खतरा
दक्षिण कोरिया के गृह एवं सुरक्षा मंत्रालय ने बताया कि बुसान के निकट चार परमाणु संयंत्र बिजली आपूर्ति संबंधी दिक्कत के बाद अपनेआप बंद हो गए. हालांकि यहां रेडियोधर्मी कणों का रिसाव नहीं हुआ.


दक्षिण कोरिया की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि यहां 126 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही हैं. तूफान ‘मयसक’ बृहस्पतिवार को सोकचो शहर के पूर्वी तट पर था और अब यह उत्तर कोरिया की तरफ बढ़ रहा है. ऐसी संभावना है कि यह तूफान कुछ घंटों में कमजोर होकर उष्णकटिबंधीय तूफान में बदल जाएगा.


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उत्तर कोरिया की चिंता बरकरार
वहीं उत्तर कोरिया के सरकारी प्रसारणकर्ता ने भी तूफान की वजह से हुई तबाही की जानकारी साझा की है. सरकारी टेलिवीजन पर देश के पूर्वी तटीय शहरों वॉनसन और तानचोन में बाढ़ से हुई बर्बादी की तस्वीरें दिखाईं गईं. भले ही उत्तर कोरिया पहुंचने तक इस तूफान के कमजोर पड़ने के आसार हैं लेकिन तूफान की आहट से पहले मौसम में हुए बदलाव ने उत्तर कोरिया (DPR) की चिंता बढ़ा दी है. 


विदेशी मदद की अपील
तूफान ‘मयसक’ की आमद के दौरान जापान के तटरक्षक बल मवेशी से भरे एक जहाज की तलाश कर रहे थे जिसमें चालक दल के 42 सदस्य सवार थे. तूफान के बीच जहाज ने दक्षिणी जापानी द्वीप से मदद के लिए कॉल किया था, जिसके बाद बचावकर्ताओं ने समुद्र से चालक दल के एक सदस्य को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. हालांकि अभी तत्काल इसकी जानकारी नहीं मिली है कि मदद के लिए कॉल करने के पीछे सटीक वजह क्या रही होगी.


दक्षिण कोरिया में बाढ़ की वजह से दर्जनों घर और वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए वहीं बुसान के दक्षिणी हिस्से में खिड़की के शीशे से घायल हुई एक महिला की बाद में मौत हो गई.
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