धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश सरकार की मंजूरी के बाद आज तिब्‍बती धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) ने भी कोरोना वैक्‍सीन (Corona Vaccine) लगवाई. उन्होंने लोगों से भी इस महामारी से बचने के लिए टीका लगवाने का आग्रह किया.


बुजुर्गों के लिए चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत लगवाई वैक्‍सीन 


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शनिवार सुबह उन्‍हें कोरोना वैक्‍सीन की पहली डोज दी गई. राज्‍य में बुजुर्गों के लिए चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से धर्मगुरु दलाई लामा को ये टीका लगाया गया है.



बता दें कि तिब्‍बती प्रशासन ने दो महीने पहले सरकार से दलाई लामा को कोविड वैक्‍सीन लगवाने का आग्रह किया था. विभाग के प्रस्‍ताव पर मंजूरी मिलने के बाद आज सुबह धर्मशाला के जोनल अस्‍पताल में दलाई लामा को ये टीका लगाया गया. 


दलाई लामा ने लोगों से की टीका लगवाने की अपील 


वैक्सीन लगवाने के बाद 85 वर्षीय नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा ने केंद्र और राज्य सरकारों को धर्मशाला के जोनल अस्पताल में कोविड वैक्सीन लेने की सुविधा के लिए धन्यवाद दिया.  उन्होंने टीका लगवाने के पात्र सभी लोगों विशेष रूप से 'रोगियों' से अपील की कि वे आगे आएं और अधिक से अधिक लाभ के लिए वैक्सीन लगवाएं. उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए मैंने इसे वैक्सीन ली और मैं यह साझा करना चाहता हूं कि अधिक से अधिक लोगों को इंजेक्शन लेने का साहस दिखाना चाहिए. 


दलाई लामा ने कहा कि डॉक्टरों एवं मेरे विश्वस्त दोस्तों ने सुझाया कि मुझे यह इंजेक्शन लेना चाहिए.  कुछ गंभीर समस्याओं को रोकने के लिए यह इंजेक्शन बहुत मददगार और अच्छा है. इसलिए अन्य रोगियों को अधिक लाभ के लिए इस इंजेक्शन को लेना चाहिए. 


14वें दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई, 1935 को तिब्बत के दूरस्थ अमदो क्षेत्र के एक छोटे से गांव में हुआ था. निर्वासित तिब्बती प्रशासन हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी शहर धर्मशाला में स्थित है. 



टीकाकरण के लिए दलाई लामा को कड़ी सुरक्षा के बीच उनके निवास से जोनल अस्पताल तक लाया गया. करीब सुबह 7:15 बजे उन्‍हें कोरोना का टीका लगा. टीकाकरण के बाद कुछ समय के लिए उन्हें कुछ अस्‍पताल में ही रहने के लिए कहा गया और इसके बाद ठीक महसूस करने पर वहअपने आवास के लिए रवाना हो गए.


इनपुट: आईएएनएस से भी