नई दिल्ली: ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) के प्रोडक्शन की सशर्त इजाजत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को भी दे दी है. जानकारी के मुताबिक, पुणे के हाडपसर में स्थित सीरम की लाइसेंस फैसिलिटी के अंतर्गत वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग की जा सकेगी. फिलहाल डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज भारत में रूस के स्पूतनिक V टीके का उत्पादन कर रही है.


रूस के गेमालिया से हुआ समझौता


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बताया जा रहा है कि पुणे स्थित कंपनी ने अपने लाइसेंस प्राप्त हडपसर केंद्र में स्पूतनिक वी के उत्पादन के लिए रूस के गेमालिया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायलॉजी के साथ साझेदारी की है. लेकिन डीसीजीआई द्वारा तय शर्तों के अनुसार SII को उसके और मॉस्को के संस्थान के बीच समझौते की प्रति जमा करनी होगी. RCGM ने SII के आवेदन के संबंध में कुछ सवाल किए हैं, और पुणे स्थित कंपनी एवं गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के बीच सामग्री हस्तांतरण संबंधी समझौते की प्रति मांगी है.



अभी कोविशील्ड का प्रोडक्शन कर रहा है SII 


अभी SII ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनिका द्वारा बनाए गए कोरोना टीके कोविशील्ड (Covishield) का उत्पादन कर रहा है. सीरम ने पहले ही सरकार को बता दिया है कि वह जून में 10 करोड़ कोविशील्ड खुराकों का उत्पादन और आपूर्ति करेगा. हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह को भेजे गए एक पत्र में सीरम ने कहा कि महामारी के कारण खड़ी हुई चुनौतियों के बावजूद उसके कर्मचारी 24 घंटे काम कर रहे हैं. वह नोवावैक्स टीका भी बना रहा है. नोवावैक्स के लिए अमेरिका से नियामक संबंधी मंजूरी अभी नहीं मिली है.


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