Diwali 2023 : दिवाली के मौके पर मंदिरों को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है. मंदिरों में आरती और विशेष पूजा की जा रही है. अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी में पूजा की. कई साधु संत भी हनुमानगढ़ी में पूजा के दौरान मौजूद रहे. दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में भी दिवाली के मौके पर श्रद्धालुओं का तांता लगा है. दिवाली पर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजा की गई. महादेव की फुलझड़ियों से आरती उतारी गई. वहीं सोमनाथ मंदिर को भी दिवाली के मौके पर बेहद खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. सुबह से ही मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है. उत्तर से लेकर दक्षिण तक दिवाली की रौनक छाई हुई है. तिरुवंतपुरम में मंदिरों में भी दिवाली के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है. 


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आस्था की डुबकी और बदरी-केदार का धाम


वहीं दिवाली के मौके पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. दीपावली पर्व के लिए भगवान शिव के मंदिर बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम को 10 कुंतल से अधिक फूलों से सजाय़ा गया है. गेंदे के फूलों से सजा बदरीनाथ मंदिर श्रद्धालुओं को खासा आकर्षित कर रहा है. 


बदरीनाथ धाम को हर साल धनतेरस और दीपावली पर्व पर भव्य रूप से सजाया जाता है. धनतेरस और दीपावली पर धाम में माता लक्ष्मी, भगवान विष्णु, कुबेर भगवान की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. दीपावली पर बड़ी संख्या में लोग दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. श्रद्धालु दीप जलाकर दीपावली पर्व मनाते हैं.


बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में बर्फबारी


मौसम ने भी मंदिर की सजावट में और चार चांद लगा दिए हैं. मौसम का मिजाज बदलने से बर्फबारी और हल्की बारिश भी हुई. बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में सर्दी बढ़ गई है. लेकिन सफेद बर्फ के बीच गेंदें के फूलों से सजा भगवान शिव का ये दोनों मंदिर बेहद खूबसूरत लग रहा है. बर्फबारी के बीच भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हो रहा है. बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में बर्फबारी का सिलसिला जारी है. बद्रीनाथ धाम में शुक्रवार शाम को अचानक मौसम बदलने के बाद बारिश और हल्की बर्फबारी शुरू हुई थी, जो शनिवार को भी जारी रही. धाम में पारा गिरकर 1 डिग्री पहुंच गया.


दीपावली से बढ़ेगी ठंड


दीपावली पर प्रदेश भर में ठंड बढ़ सकती है. ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ बर्फबारी होने के आसार हैं. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को दून का अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से दो डिग्री कम है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार को चमोली, पिथौरागढ और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं. इसके चलते पहाड़ से मैदान तक तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है.


यमुनोत्री धाम में भी शुक्रवार से बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के बीच भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हो रहा है. चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम चरण में चल रही है. 14 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. 15 नवंबर को यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. 18 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे.


महाकाल का विशेष श्रंगार... फुलझड़ी से आरती


दीपावली के दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में हजारों लोग पहुंचे. सुबह पूजा की शुरूआत बाबा महाकाल के साथ दीवाली मनाकर की गई.  भस्म आरती के वक्त लोगों ने बाबा महाकाल के दर्शन कर जमकर फुलझड़ियां जलाईं. भक्तों ने महाकाल को उबटन भी अर्पित किया. भगवान भोलेनाथ को आज अभ्यंग स्नान कराया गया. भस्म आरती करने से पहले बाबा महाकाल का पंचामृत से स्नान हुआ. रूप चतुर्दशी होने के चलते पंडे-पुजारी परिवार की महिलाएं यहां पहुंचीं और उन्होंने भगवान आशुतोष को उबटन और केसर चंदन का इत्र लगाया. इसके बाद पुजारियों ने बाबा महाकाल को नए वस्त्र पहनाए, श्रृंगार के बाद भोलेनाथ को अन्नकूट का भोग लगाया गया और फुलझड़ी से उनकी आरती की गई.


दक्षिण भारत के तिरुपति धाम में धूम


तिरुपति बालाजी का मंदिर श्रद्धा और भक्ति के साथ ही अपने इतिहास और रहस्यों के कारण भी जाना जाता है. यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री वेंकटेश्वर स्वामी को समर्पित है. मान्यता है कि, इस मंदिर के दर्शन से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. दीवाली के पावन मौके पर बालाजी मंदिर में सैकडों की संख्या में श्रद्धालु जुटे. लोगों ने बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की और श्री वेंकटेश्वर स्वामी को प्रसाद चढ़ाया.