नई दिल्ली: देशभर में कोरोना (Coronavirus) से हाहाकार है. राजधानी दिल्ली के हालात भी लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. आंकड़े हर रोज रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. राजधानी में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर से उबरने के लिए दिल्ली सरकार तमाम कोशिशें कर रही है. इसी क्रम में आज दिल्ली के मुख्मंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सभी जिलाधिकारियों और म्युनिसिपल कमिश्नर के साथ चर्चा की. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है, पिछले 24 घंटे में 24000 केस आये हैं. स्थिति काफी ज्यादा चिंताजनक है. पॉजिटिविटी रेट करीब 24 प्रतिशत हो गया है.


ऑक्सीजन की कमी


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बता दें, कोविड मरीजों के लिए बेड और आईसीयू (ICU) बेड की किल्लत जैसे आरोपों के बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल लगातार हालात पर नजर रखे हैं. नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) के बाद दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू जैसे कदम उठाए जा चुके हैं. इसके बावजूद कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगती नहीं दिख रही है. अब दिल्ली में कोरोना के बेकाबू हालात के बीच सीएम अरिविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा है, अब ऑक्सीजन की कमी हो रही है. केस बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली के अंदर सीमित बेड हैं. ऑक्सीजन बेड, ICU बेड खत्म हो रहे हैं. उन्होंने कहा, हम कोशिश कर रहे हैं बेड बढ़ाने की.


2 से 4 दिनों में बढ़ेंगे बेड


सीएम केजरीवाल ने कहा, अभी तक दिल्ली में बिस्तर की कमी नहीं होने दी गई है और अब 2 से 4 दिनों में और बेड हम लगाएंगे. ऑक्सीजन की भी दिक्कत नहीं होने देंगे. हम कोशिश कर रहे हैं कि जितना ज्यादा से ज्यादा बेड दे सकें. उन्होंने कहा, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में 1300 बेड लगाएंगे. 
होटल्स, बैंक्वेट हॉल को अस्पताल के साथ जोड़ा जा रहा है और 2100  बेड्स तैयार कर रहे हैं.


यहां बढ़ेंगे 1300 ऑक्सीजन बेड्स


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, आने वाले दिनों में हम बड़े पैमाने में कोरोना के इलाज के लिए बेड बढ़ाएंगे. यमुना स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में करीब 1300 ऑक्सीजन बेड्स का इंतजाम किया जा रहा है. राधा स्वामी सत्संग व्यास में पहले 2500 बेड तैयार किए जाएंगे, उसके बाद फिर 2500 बेड तैयार किए जाएंगे.


रेमडेसिविर की काफी किल्लत 


सीएम केजरीवाल ने कहा है, मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से बात की और उनसे निवेदन किया कि दिल्ली में बेड की कमी है पिछली बार नवंबर में हमारे पास 4100 केंद्र ने उपलब्ध कराए थे लेकिन इस बार सिर्फ 1800 बेड दिए हैं. केंद्र सरकार के दिल्ली में करीब 10 हजार बेड है मैंने निवेदन किया है कि कम से कम 50 प्रतिश बेड Covid-19 रिजर्व किए जाएं. रेमडेसिविर की काफी किल्लत हो रही है, उसको मुहैया कराया जाए. 


रिपोर्ट में देरी क्यों?


CM अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से हमेशा हमें सहयोग मिला है और हमें उम्मीद है कि अब भी मिलेगा. साथ ही उन्होंने रिपोर्ट देरी से मिलने पर कहा, दिल्ली में पहले 24 घंटे में नतीजे आते थे लेकिन अब 3 से 4 दिन लगते हैं. इसकी वजह है, जरूरत से ज्यादा लैब सैंपल उठा रहे हैं. उन लैब्स को सैंपल न दिए जायें जो 24 घंटे के अंदर आपको रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं. दिल्ली सरकार का एक App है जहां आपको जानकारी मिल जाएगी कि कौन सा सेंटर खाली है.


खाली होने पर भी बेड नहीं दिया तो कार्रवाई


बेड खाली होने पर जो अस्पताल बेड नहीं दे रहे हैं उन पर सख्त करवाई के निर्देश दिए गए हैं. CM केजरीवाल ने कहा, ऐसी शिकायत मिल रही हैं कि कोरोना App पर बेड दिखाया जाता है लेकिन जब अस्पताल में जाओ तो बेड नहीं मिलता है, ऐसे अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा, कोरोना से लड़ने के लिए हमें मजबूरी में वीकेंड कर्फ्यू लगाना पड़ा है. अगर स्थिति गंभीर होती है तो हम सभी जरूरी कदम उठाएंगे.


बैठक में ये भी रहे मौजूद


इस बैठक में Covid मामलों के नोडल मंत्री मनीष सिसोदिया, हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन समेत प्रदेश का बाकी प्रशासनिक अमला भी शामिल रहा. माना जा रहा है कि अगर वीकेंड कर्फ्यू से भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी नहीं आई तो फिर दिल्ली में जल्द ही संपूर्ण लॉकडाउन (Complete Lockdown) लगाया जा सकता है.


हर अस्पताल पर एक नोडल


इस बीच दिल्ली सरकार ने कोरोना के इलाज में लगे सभी सरकारी और बड़े प्राइवेट अस्पतालों के लिए हर अस्पताल पर एक नोडल ऑफिसर नियुक्त कर दिया है. दिल्ली सरकार के 11 अस्पतालों के लिए आईएएस अफसरों को नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है. जबकि 15 बड़े प्राइवेट अस्पतालों के लिए DANICS अधिकारियों को नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है. इसके अलावा प्रोबेशन पीरियड में चल रहे और ट्रेनिंग ले रहे DANICS अधिकारियों को भी दिल्ली सरकार के अस्पतालों के साथ अटैच कर दिया गया है, जो IAS अफसर की मदद करेंगे


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दिए ये निर्देश


दिल्ली सरकार की तरफ से जारी किए गए आदेश में IAS अफसरों के लिए कहा गया है कि ये अपने अपने सरकारी अस्पताल में ही बैठेंगे और अपने स्टाफ का इस्तेमाल करेंगे. इन अधिकारियों का काम होगा कि वह अस्पताल के अंदर बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करें, देखें कि टेलीफोन लाइन/कॉल सेंटर बिना किसी रुकावट के काम करते रहें और जनता की शिकायतों के समाधान के लिए एक बेहतर और प्रभावी सिस्टम सुनिश्चित करें.


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अधिकारियों के नाम और नंबर होंगे चस्पा


प्राइवेट अस्पतालों में नियुक्त किए गए DANICS अधिकारियों से कहा गया है कि हॉस्पिटल का प्रबंधन देखें, देखें कि सरकार की तरफ से दिए गए निर्देश का सही से पालन हो, और जनता की शिकायतों के समाधान के लिए एक बेहतर और प्रभावी सिस्टम सुनिश्चित करें. सबसे अहम बात यह है कि सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि इन नोडल अधिकारियों के नाम और फोन नंबर अस्पताल में अहम जगह पर डिस्प्ले किए जाएं.


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