Yamuna Water Level: दिल्ली (Delhi) कहने को तो देश की राजधानी है लेकिन दिल्ली आज खुद ही अपनी पहचान की मोहताज हो गई है. बीते 6 दिनों से दिल्ली की सड़कें पानी में खो चुकी हैं. 4 दिनों से लाल किला और रिंग रोड पूरी तरह से बाढ़ (Flood) की आगोश में नजर आ रहे हैं. 4 दिन का वक्त कम नहीं होता. इन बीते चार दिनों से दिल्ली की सड़कों पर कहीं तालाब तो कहीं दरिया तो कहीं नदियों से मंजर बना हुआ है लेकिन हालात हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. कहने को तो दिल्ली में यमुना का जलस्तर कम हो रहा है लेकिन घटता हुआ पानी भी दिल्ली की परेशानी को खत्म नहीं कर पा रहा है और तो और शनिवार शाम को हुई बारिश ने दिल्ली वालों की परेशानी को और बढ़ा दिया यानी यमुना का जलस्तर (Yamuna Water Level) भले ही कम हो गया हो लेकिन मुसीबत है कि कम होने का नाम नहीं ले रही है.


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लाल किले से राजघाट तक हालात बेकाबू


लाल किले से लेकर राजघाट तक हालात अभी भी बेकाबू ही बने हुए हैं. सड़कों पर जो गाड़ियां दौड़ रही हैं उनकी रफ्तार काफी धीमी बनी हुई है. जनता बेहाल है. कई लोग घरों में कैद हैं तो हजारों बेघर हो चुके हैं. खासतौर से जो लोग यमुना के किनारे रहते थे उनका हाल तो बस भगवान भरोसे ही है. कई दशकों बाद यमुना लाल किले से सटकर अब भी बह रही है. मुद्दतों के बाद दिल्ली वालों ने ये नजारा देखा जब यमुना की लहरों और लाल किले की दीवारों का आमना-सामना हुआ. इस नजारे को देखकर अब तो यही लग रहा है कि यमुना ने लाल किले पर डेरा ही जमा दिया है.


रेस्क्यू में जुटी NDRF की टीम


जाहिर है मुसीबत अब भी उतनी ही विकराल बनी हुई है. लिहाजा लोगों का रेस्क्यू जारी है. लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाने की मुहिम में सेना और एनडीआरएफ के जवान अब भी जुटे हुए हैं. दिल्ली के द्वारका सेक्टर 23 में 3 शख्स पानी में डूब गए. इस हादसे में तीनों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि तीनों युवक निर्माणाधीन गोल्फ कोर्स के पास गए थे जहां पानी भरा हुआ था. जब तक तीनों युवक समझ पाते तब तक उनकी मौत हो गई. तीनों मृतक कुतुब विहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं. तीनों की उम्र 20 से 25 साल के बीच की है. पुलिस ने शवों की पहचान कर जांच शुरू कर दी है.


ITO पर अभी भी नहीं सुधरे हालात


दिल्ली के मुकुंदपुर में भी ऐसी ही एक घटना शुक्रवार को हई थी. जहां पर पानी से भरी एक जगह में डूबने से 3 छोटे बच्चों की मौत हो गई थी. दिल्ली के व्यस्तम इलाकों में से एक आईटीओ में अब भी हालात में कोई खास सुधार नहीं हुआ है. हालांकि पानी की स्तर यहां थोड़ा कम तो हुआ है लेकिन गाड़ियों की आवाजाही पर पूरी तरह से ब्रेक लगा हुआ है. सोचिए दिल्ली का ये वो इलाका है जहां पर कभी गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लगा करती थीं. लेकिन बीते 3 दिनों से ये पूरा इलाका तालाबनुमा हालत में तब्दील हो चुका है.


डूबती दिल्ली पर सियासत जारी


शुक्रवार की सुबह जितना पानी था उससे पानी तो थोड़ा कम हुआ है और यहां से पानी कब कम होगा इस बारे में कोई कुछ ना बता पा रहा है और ना ही किसी के पास कोई इस पानी को कम करने की कोई तरकीब है. डूबती दिल्ली पर जमकर सियासत भी हो रही है. आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ बीजेपी आरोप लगा रही है तो वहीं केजरीवाल सरकार के मंत्री भी जमकर पलटवार कर रहे हैं.


आपको बता दें कि हथिनीकुंड से एक बार फिर पानी छोड़ा गया. बीजेपी ने भी आम आदमी पार्टी के आरोपों पर पानी फेरते हुए पलटवार किया है. इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हथिनीकुंड से छोड़े जाने वाले पानी पर गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी तक लिख दी. वहीं, हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली सरकार पर पलटवार किया है.


इस बीच, मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं ये आशंका भी जताई जा रही है कि अगर कुछ दिन और ऐसे ही हालात बने रहेंगे तो दिल्ली में महामारी का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे हालात में जिम्मेदार सियासतदानों को ये समझना चाहिए कि दिल्ली वाले राहत चाहते हैं सियासत नहीं.


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