नई दिल्‍ली: 24 घंटे में दूसरी बार दिल्‍ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्‍टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.7 आंकी गई. इससे पहले 12 अप्रैल (रविवार) को शाम 5:45 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. ये झटके इतने तेज थे कि इनको साफतौर पर घरों में महसूस किया गया. कई घरों में पंखे हिलने लगे. रिक्‍टर स्‍केल पर इनकी तीव्रता 3.5 आंकी गई.  नोएडा, दिल्‍ली, गाजियाबाद समेत आस-पास के इलाके में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी इनको महसूस किया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कल के भूकंप का केंद्र दिल्‍ली था. इसका केंद्र जमीन के आठ किमी नीचे था. इसकी वजह से लोग लॉकडाउन के बावजूद घरों से निकलकर बाहर आ गए. डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा भी कि कोरोना क्‍या कम था जो भूकंप भी मचा दिया...क्‍या मन में है देवा?


इससे पहले पिछले साल 25 सितंबर को शाम तकरीबन साढ़े चार बजे इन्‍हीं इलाकों में भूकंप के झटके को महसूस किया गया था. उस वक्‍त भूकंप का केंद्र भारत-पाकिस्तान सीमा को बताया गया था और इसकी तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 6.3 मापी गई. इसका केंद्र लाहौर से 173 किलोमीटर दूर बताया गया था और भारत में इसका सबसे ज्‍यादा प्रभाव जम्‍मू-कश्‍मीर में देखने को मिला था.