लखीमपुर: लखीमपुर खीरी पुलिस ने तस्करों के चंगुल से तीन रेड सैंड बोआ (दो मुंहा सांपों) को बचाया है, जिनकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में दो करोड़ रुपये है. सांपों की तस्करी के प्रयास में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार लोगों की पहचान किरण देवी, मिहीलाल पासी और जगतपाल के रूप में हुई है. गिरोह का एक अन्य सदस्य जगदीश कोरी फरार है.


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सूचना पर कार्रवाई करते हुए लखीमपुर पुलिस ने मंगलवार को जिले के धौरहरा क्षेत्र के नान्हूपुरवा गांव में एक घर पर छापा मारा. रेड सैंड बोआ जहरीले नहीं होते हैं और इन्हें दो मुंहा सापों के रूप में ज्यादा जाना जाता है और इसके साथ कई अंधविश्वास जुड़े हुए हैं.


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एंटी-एजिंग एजेंट
ऐसा माना जाता है कि दो मुंहा सांप की ग्रंथि में एक एंटी-एजिंग एजेंट होता है, इसका उपयोग कई दवाओं को बनाने के लिए भी किया जाता है. दो मुंहा सांप को 'भाग्यशाली' भी माना जाता है और अपने मालिक के घर में समृद्धि भी लाने वाला माना जाता है. इसके कारण लखीमपुर खीरी जिले में इस प्रजाति की भारी तस्करी हुई है.


सभी आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.


धौरहरा पुलिस थाने के एसएचओ हरिओम श्रीवास्तव ने कहा, "दुधवा जंगलों से पकड़े गए सांपों को छुड़ाने के लिए वन विभाग के साथ एक संयुक्त अभियान चलाया गया था. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन सांपों की कीमत लगभग 2 करोड़ रुपये है. हम इस रैकेट के सरगना को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं."


(इनपुट: एजेंसी आईएएनएस)