नई दिल्ली: दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही इस पर नियंत्रण के ऐहतियाती उपाय सुनिश्चित करने के लिये संबद्ध एजेंसियों ने प्रदूषण मानकों के पालन पर सख्त निगरानी तेज कर दी है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने इस बाबत प्रदूषण मानकों के उल्लंघन की घटनाओं पर सख्ती बरतते हुए सख्त रवैया अपानाया है. 


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बोर्ड के अनुसार इसका नतीजा है कि पिछले महीने 15 सितंबर के बाद से अब तक दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण मानकों के उल्लंघन की 550 से अधिक घटनायें दर्ज की गई हैं. 


इनमें से लगभग 41 प्रतिशत घटनाएं भवन निर्माण सामग्री और कचरे का नियम विरुद्ध तरीके से किए गए संग्रह से संबंधित हैं. जबकि खुले में कचरा एकत्र करने के 14 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए हैं. 


बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि पर्यावरण नियमों के पालन की जांच के लिए गठित 41 निगरानी दलों ने 15 सितंबर से 96 स्थानों पर निरीक्षण किया. इनमें नियमों का उल्लंघन करने के 554 मामलों में कानूनी कार्रवाई की गई.


इनमें सर्वाधिक 287 मामले दिल्ली में, 61 नोएडा में, 32 गुरुग्राम में और 39 गाजियाबाद में दर्ज किये गये. अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के अलावा आसपास के अन्य शहरों में निगरानी दलों ने पहली बार कार्रवाई की है. 


इनमें धूलभरी कच्ची सड़कों से प्रदूषण के 13 प्रतिशत मामले शामिल हैं जबकि यातायात अवरुद्ध होने से स्थान विशेष पर प्रदूषण बढ़ने के सात प्रतिशत मामले सामने आये हैं. इसके अलावा खुले में कचरा आदि जलाने के तीन प्रतिशत और सड़कों पर धूल उड़ने के पांच प्रतिशत मामलों में कार्रवाई की गयी. 


अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में जांच एवं निगरानी की कार्रवाई को तेज किया जायेगा जिससे तापमान में गिरावट के साथ हवा को दूषित करने वाले तत्व पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में बढ़ोतरी को रोका जा सके.