नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार (11 मई) को चुनाव आयोग को चुनौती दी कि हाल ही में हुये पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल हुई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में से कोई एक मशीन अगर मुहैया करायी जाये तो पार्टी के विशेषज्ञ उसे हैक करने के अपने आरोपों को सही साबित करके दिखा देंगे. आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने चुनाव आयोग से ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोपों पर गौर करने के लिए आयोग की अगुवाई में सर्वदलीय समिति बनाने की मांग करते हुये आयोग को यह चुनौती दी. 


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भारद्वाज ने दो दिन पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रोटोटाइप ईवीएम को हैक करने का सजीव प्रदर्शन करते हुये आयोग की मशीनों में भी गड़बड़ी करने का दावा किया था. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रतिनिधि कल आयोग द्वारा इस मुद्दे पर होने वाली सर्वदलीय बैठक में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में प्रयुक्त ईवीएम देने की मांग करेंगे.


नौ मई को दिल्ली विधानसभा में ईवीएम जैसे एक उपकरण में छेड़छाड़ हो सकने का प्रदर्शन करने वाले आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समिति में चुनाव आयोग के अलावा सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि होने चाहिए. समिति के समक्ष आप के प्रतिनिधि आयोग द्वारा मुहैया करायी जाने वाली ईवीएम में गड़बड़ी के दावे को सच साबित कर दिखायेंगे.


आप ने पंजाब और गोवा विधानसभा तथा हालिया एमसीडी चुनावों में उसके निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ईवीएम का मुद्दा उठाया है. आप के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार (11 मई) को यहां चुनाव आयोग मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और आगामी चुनावों में वीवीपीएटी युक्त ईवीएम इस्तेमाल करने की मांग की.


ईवीएम को 90 सेकेंड में हेक करने का केजरीवाल का दावा


इससे पहले मंगलवार (9 मई) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को 90 सेकेंड में ईवीएम को हेक कर इसमें गड़बड़ी करने की चुनाव आयोग को चुनौती दी थी. ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर आज विधानसभा के विशेष सत्र में दिन भर की चर्चा में बोलते हुये केजरीवाल ने कहा कि आयोग अगर उन्हें ईवीएम मुहैया कराये तो वह मात्र 90 सेकेंड में इसमें गड़बड़ी करके दिखा सकते हैं.


केजरीवाल ने कहा था कि सदन में आप विधायक सौरभ भारद्वाज द्वारा निर्मित प्रोटोटाइप ईवीएम में हैकिंग के सजीव प्रदर्शन से साफ हो गया है कि ईवीएम को आसानी से हैक कर इसका दुरुपयोग बड़े पैमाने पर किया जा सकता है. उन्होंने इसे लोकतंत्र और देश के लिये खतरा बताते हुये कहा कि लोगों को इसके खिलाफ आवाज बुलंद करना चाहिये.


केजरीवाल ने कहा कि ‘चुनाव आयोग हमें अपनी मशीन मुहैया करा दे और तब हम साबित कर देंगे कि कैसे मशीन के मदरबोर्ड को बदल कर महज 90 सेकेंड में इसे हैक किया जा सकता है.’ इससे पहले भारद्वाज ने भी कहा था कि ऐसा कोई व्यक्ति ईवीएम में छेड़छाड़ कर सकता है जिसे मशीन का ‘सीक्रेट कोड’ मालूम हो.