नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने प्रशासन के साथ कई दौर की बैठक के बाद शनिवार को अपनी हड़ताल खत्म कर दी. वे एक वरिष्ठ डॉक्टर द्वारा अपने एक सहकर्मी को थप्पड़ मारे जाने के विरोध में हड़ताल पर थे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के एक सदस्य ने कहा , ‘‘ हड़ताल वापस ले ली गई है. हम डॉक्टरों से अनुरोध करते हैं कि सोमवार को काम पर लौटें, ताकि हड़ताल की वजह से रद्द किए गए ऑपरेशन किए जा सकें. हम रेजिडेंट डॉक्टर हर मुमकिन तरीके से भरपाई करना चाहते हैं. ’’ 


एम्स प्रशासन और प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के बीच कई दौर की बैठक के बाद हड़ताल वापस ली गई है. हड़ताल ने देश के प्रमुख अस्पताल में तीन दिनों तक स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित किया. रेजिडेंट डॉक्टर अपने एक सहकर्मी को मरीजों और अन्य लोगों की मौजूदगी में कथित रूप से थप्पड़ मारने वाले वरिष्ठ डॉक्टर को निलंबित करने की मांग कर रहे थे. 


यह वरिष्ठ डॉक्टर अस्पताल में एक विभाग के विभागाध्यक्ष हैं और रेजिडेंट डॉक्टर को थप्पड़ मारने को लेकर उन्होंने शुक्रवार को लिखित माफी मांगी थी . साथ ही, आंतरिक जांच पैनल के निर्देश पर छुट्टी पर चले गए हैं. विभाग के एक अन्य वरिष्ठ डॉक्टर को जांच लंबित रहने तक कार्यवाहक प्रमुख बनाया गया है. 


एक डॉक्टर ने कहा कि उनके 30 सहकर्मियों ने वरिष्ठ डॉक्टर के खिलाफ शिकायतें दी हैं. उनमें से कुछ बहुत गंभीर प्रकृति की हैं. उनपर महिला रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बदसलूकी करने का आरोप है. कुछ मामले 2013 के हैं . 


(इनपुट - भाषा)