नई दिल्ली : वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमूल्य पटनायक ने मंगलवार को औपचारिक तौर पर दिल्ली के पुलिस आयुक्त का पदभार संभाल लिया और कहा कि उनका जोर पुलिस बल के बारे में व्याप्त धारणा में सुधार, इसके कामकाज के डिजिटलीकरण, महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने और ‘समाज के सभी वर्गों के लोगों तक पहुंच कायम करने’ पर होगा।


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पटनायक ने सीबीआई के निदेशक नियुक्त किए गए आलोक कुमार वर्मा की जगह ली है।


नए पुलिस आयुक्त ने कहा कि दिल्ली सरकार से संबंध ‘हमेशा अच्छे रहे हैं।’ पटनायक दिल्ली पुलिस के 21वें आयुक्त बने हैं। इस पुलिस बल में करीब 80,000 जवान हैं।


उन्होंने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि लोगों की नजरों में दिल्ली पुलिस के बारे में धारणा अच्छी हो। मैं पिछले 30 साल से भी ज्यादा समय से इस बल के साथ रहा हूं।’ पटनायक ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस के देश के बेहतरीन पुलिस बलों में से एक है। यह अच्छा काम कर रही है। लेकिन फिर भी मेरा मानना है कि कहीं न कहीं पुलिस के बारे में धारणा को बेहतर बनाने की जरूरत है और हम इस पर काम करेंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं को ज्यादा सुरक्षित बनाने पर उनका जोर रहेगा।


पत्रकारों से बातचीत में 57 साल के पटनायक ने कहा, ‘महिला सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता का क्षेत्र होगा। बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता का क्षेत्र होगा। हम इस बाबत सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे कि महिलाएं शहर में ज्यादा सुरक्षित कैसे महसूस करें।’ पटनायक जनवरी 2020 में सेवानिवृत्त होंगे। इस लिहाज से वह दिल्ली पुलिस के शीर्ष पद पर लगभग तीन वर्षों तक रह सकते हैं।


अंडमान, गोवा, मिजोरम, केंद्रशासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी पटनायक इससे पहले दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त (प्रशासन) के पद पर कार्यरत थे। पुलिस आयुक्त के तौर पर पटनायक के लिए कई चर्चित मामलों की गुत्थी सुलझाना एक चुनौती होगी, इनमें सुनंदा पुष्कर की रहस्यमयी मौत का मामला और जेएनयू के छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी का मामला प्रमुख है।


आज जब पटनायक से इन दोनों मामलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।


दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के ‘असहज रिश्तों’ पर पटनायक ने कहा, ‘यह हमेशा से अच्छा रहा है।’ एजीएमयूटी कैडर के 1984 बैच के दो आईपीएस अधिकारियों - धर्मेंद्र कुमार और दीपक मिश्रा - की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर 1985 बैच के पटनायक को पुलिस आयुक्त बनाया गया है।