नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नए साल का तोहफा दिया है। दिल्‍ली सरकार ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) पास करने वाले करीब 15,000 अतिथि शिक्षकों की तनख्वाह 90 फीसदी तक बढ़ाने का फैसला किया है। कैबिनेट बैठक में लिए गए सरकार के फैसले का ऐलान करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गैर सीटेट शिक्षकों का वेतन भी 44 प्रतिशत बढ़ाया गया है।


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सरकारी स्कूलों में तकरीबन 17,000 अतिथि शिक्षक पढ़ा रहे हैं। उनमें से दो हजार गैर सीटेट हैं यानी जिन्होंने सीटेट की परीक्षा पास नहीं की है। केजरीवाल ने कहा कि 17000 अतिथि शिक्षकों की तनख्वाह में पर्याप्त बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। हमने सीटेट पास कर चुके शिक्षकों के लिए आठ अकास्मिक अवकाश को भी मंजूरी दे दी है। वे अब हर महीने तय तनख्वाह पाएंगे।


दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कैबिनेट के फैसले से संबंधित फाइल को उपराज्यपाल नजीब जंग के पास उनकी मंजूरी के लिए भेजेगी और अगर वह इसे मंजूरी दे देते हैं तो अगले महीने से अतिथि शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन मिलने लगेगा। फिलहाल सरकार सीटेट और गैर सीटेट शिक्षक सभी अतिथि शिक्षकों को रोजना के हिसाब से भुगतान करती है। सहायक प्राथमिक शिक्षक (सीटेट) को फिलहाल 700 रुपये प्रति दिन और 17,500 रुपये मासिक मिलते हैं, उसे अब 33200 रूपये मिलेंगे जबकि टीजीटी को 33120 रूपये मिलेंगे जिसे फिलहाल 20,000 मिलते हैं। इसी तरह से पीजीटी को 34,100 रुपये मिलेंगे जिन्हें 22500 रुपये मिलते हैं।


गैर सीटेट पास सहायक शिक्षकों को 25,000 रुपये मिलेंगे जिन्हें अभी 17,500 रुपये मिलते हैं और टीजीटी जिन्हें अभी 20,000 रुपये मिलते हैं उन्हें 26,500 रुपये मिलेंगे।