नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने ऑपरेशन मिलाप के अंतर्गत एक और परिवार की खुशियां वापिस लौटाई हैं. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली 11 साल की आयशा अपने परिवार से अलग हो गई थी. पुलिस ने उसको रेलवे स्टेशन से लाकर उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटाई. फिर उसे ऑपरेशन मिलाप के अंतर्गत उसके परिवार वालों तक पहुंचा दिया. आपको बता दें कि ऑपरेशन मिलाप में पुलिस द्वारा उन बच्चों की खोज की जाती है, जो किसी कारण से अपने परिवार से अलग हो गए हैं. पुलिस ऐसे बच्चों को खोजकर उनके परिवार से मिलाती है. 


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परिजनों को बिना बताए बैठ गई ट्रेन में
नॉर्थ दिल्ली की डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि 11 साल की आयशा अपने परिवार के साथ बिहार में एक शादी समारोह में गई थी. वहां शादी के माहौल में उसका मन नहीं लगा तो, उसने अपने घर वालों को बिना बताए ही वहां से वापस घर आने की ठान ली. बच्ची परिजनों की नजर बचाते हुए बिना बताए ही भागलपुर रेलवे स्टेशन पहुंच गई. वहां से बच्ची एक ट्रेन में बैठ गई और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन आ गई. उन्होंने बताया कि पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद जैसे ही वह बाहर निकली तो, पुलिस स्टाफ ने लड़की को देखा. लड़की डरी-सहमी हुई नजर आ रही थी. पुलिस ने बच्ची से बातचीत की कोशिश की लेकिन डरे होने के कारण वह बोल नही सकी. पुलिस बच्ची को आईएसबीटी कश्मीरी गेट पुलिस चौकी ले गई. 


यूपी के मुजफ्फरपुर का निकला परिवार
पुलिस सटेशन पर चौकी इंचार्ज कवलजीत सिंह ने महिला पुलिसकर्मी के साथ बच्ची से पूछा तो उसने पूरा घटनाक्रम बता दिया. बच्ची ने पुलिस को अपना नाम आयशा बताया. पुलिस के अनुसार, बच्ची ने बताया कि उसके घर में उसके मां-बाप और चार छोटे भाई हैं. घर में पिता का बीड़ी बनाने का काम करते हैं. पुलिस ने बताया कि बच्ची अपने घर का पता ठीक से नहीं बता पा रही थी. पूछताछ में बच्ची ने खुद को खालापार की रहने वाली बताया. पुलिस ने खालापार के बारे में जानकारी की तो, वह उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में निकला. पुलिस ने तत्काल यूपी पुलिस से संपर्क किया और उसके परिवार की जानकारी जुटाने को कहा. यूपी पुलिस ने बच्ची के परिजनों की खोजबीन करते हुए लड़की के मामा के घर पहुंची. मामा से लड़की की गुमशुदगी के बारे में पूछा गया तो, मामला साफ हो गया. 


पहले भी कई बच्चों को मिला चुका है ऑपरेशन मिलाप
परिजनों की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने आयशा को उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया. आयशा के मिल जाने से उसका परिवार बहुत खुश है. आयशा के मामा मोहम्मद शाहिद का कहना है कि हम दिल्ली पुलिस का कर्ज कभी नहीं चुका पाएंगे. हमारा परिवार दिल्ली पुलिस का तह-ए-दिल से शुक्रगुजार है. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन मिलाप लगातार गायब हुए बच्चों को परिवार से मिला रहा है. अभी कुछ दिनों पहले ही दिल्ली की पश्चिमी जिला पुलिस ने ऑपेरशन मिलाप के तहत 50 से ज्यादा बच्चों को उनके परिवार से मिलवाया था.