नई दिल्ली: दिल्ली की एक कोर्ट ने दक्षिणी दिल्ली में पिछले महीने एक डॉक्टर की खुदकुशी के मामले में रविवार को आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जरवाल को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट नीतिका कपूर ने देवली से आप विधायक जरवाल और सह आरोपी कपिल नागर को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की पुलिस की याचिका को मंजूर कर लिया.


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अदालत ने कहा कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जाना जरूरी है. मजिस्ट्रेट ने कहा, "जांच शुरुआती चरण में है और आरोपियों से जबरन वसूली के दस्तावेजों की बरामदगी और टैंकर माफिया की भूमिका सुनिश्चित होनी अभी बाकी है." दिल्ली पुलिस ने अपनी याचिका में आरोपियों की 10 दिन की हिरासत मांगी थी. आप विधायक की तरफ से पेश हुए वकील इरशाद ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में नेता को जानबूझ कर फंसाया गया है और जब भी जरूरत हो, बुलाए जाने पर वह पुलिस का सहयोग करने के लिए तैयार हैं. 


इस मामले में कोर्ट ने जरवाल और नागर के खिलाफ आठ मई को गैर जमानती वारंट जारी किया था. दोनों आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली के दुर्गा विहार में 18 अप्रैल को 52 वर्षीय डॉक्टर राजेंद्र सिंह ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली और सुसाइड नोट में जरवाल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद पुलिस ने विधायक के खिलाफ जबरन वसूली और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था. 


सिंह के बेटे हेमंत ने पुलिस ने बताया कि उनके पिता 2007 से ही इलाके में एक क्लीनिक चलाते थे और दिल्ली जल बोर्ड के साथ जल आपूर्ति के व्यवसाय से भी जुड़े थे. पुलिस ने बताया कि चिकित्सक के आवास से एक सुसाइड नोट मिला था जिसमें लिखा था कि आप विधायक जरवाल उनकी मौत के जिम्मेदार हैं. अधिकारियों ने कहा कि हेमंत की शिकायत पर जरवाल, कपिल नागर और अन्य के खिलाफ जबरन धन वसूली और आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप में नेब सराय थाने में मामले दर्ज किए गए थे.