नई दिल्ली. दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में सोमवार रात भीषण आग लग गई. आग में करीब 150 दुकानें जलकर खाक हो गईं. आग की वजह से करोड़ों का माल जलने की आशंका है. हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. 





COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

स्थानीय विधायक अलका लांबा की वजह से हुई परेशानी


अभी पुलिस और दमकलकर्मियों ने आग बुझाना शुरू ही किया था कि स्थानीय विधायक अलका लांबा मौके पर पहुंच गईं. इसके बाद वहां हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा दिखा. वह आग पर काबू पाने के लिए आई स्पेशल क्रेन पर चढ़ गईं और इसकी वजह से वहां काफी देर तक काम रुका रहा. उन्हें नीचे उतारने के लिए बकायदा स्पेशल फायर ब्रिगेड की गाड़ी लगाई गई. वह क्रेन से तो नीचे उतरीं लेकिन आग बुझाने गए दमकल पर चढ़ी रहीं. इस दौरान तैनात पुलिस बल अलका लांबा के साथ-साथ ही चलता रहा. उनकी मौजूदगी का स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने काफी विरोध किया. 


सोमवार रात लगी आग


सोमवार रात करीब 9 बजे चांदनी चौक के कटरा धुलिया बाजार में आग लग गई. आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और एक के बाद एक कई दुकानें आग की चपेट में आती गईं. इस इलाके के अधिकांश इलाकों में सिंथेटिक माल और लकड़ी का कारोबार होता है इसलिए आग भी बड़ी तेजी से फैली. व्यापारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और अपना-अपना माल निकालने की कोशिश करने लगी लेकिन व्यापारियों को स्थानीय विधायक अलका लांबा की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा.


अलका लांबा पर आरोप


अलका के इस कदम से वहां का व्यापारी वर्ग गुस्से में दिखा. उनका आरोप है कि विधायक की वजह से आग बुझाने में देरी हुई और आग तेजी से फैली. डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर राजेश मोहन के मुताबिक जिस लिफ्ट वाली फायर ब्रिगेड में अलका चढ़ी थीं वह बहुत संवेदनशील होती हैं. उसका हाइड्रोलिक सेंसर तार या पतंग के मांझे से भी खराब हो जाता है. उनके मुताबिक फायर ब्रिगेड के काम खत्म होने के बाद भी विधायक उस पर चढ़ी हुईं थीं. इस आग पर काबू करने में लगभग 30 दमकल की गाड़ियां लगीं.


बीजेपी ने की आलोचना


बीजेपी विधायक तजिंदर पाल एस बग्गा ने अलका लांबा की आलोचना की है और कहा कि अलका लांबा की हरकत शर्मनाक है. ऐसी घटनाओं के समय राजनीति करने का प्रयास नही करना चाहिए.दिल्ली पुलिस को अलका लांबा के खिलाफ एफआईआर करनी चाहिए.