नई दिल्ली: हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ मिलकर बीजेपी (BJP) सरकार बना सकती है. सूत्रों के मुताबिक जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) गृहमंत्री और बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर शाम दोनों दलों के बीच गठबंधन का ऐलान हो सकता है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में बीजेपी (BJP) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद हैं. 


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सूत्रों का कहना है कि जेजेपी बीजेपी (BJP) के सामने एक उपमुख्यमंत्री और दो मंत्री पद का फॉर्मूला लेकर बीजेपी (BJP) से बात कर रही है. माना जा रहा है कि बीजेपी (BJP) दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) की इस मांग को मान सकती है. हालांकि दोनों दलों की ओर से इसपर आधिकारिक बयान आने के बाद ही सारी बातें साफ हो पाएंगी.


इससे पहले शुक्रवार शाम को जेजेपी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने कहा कि उनके पास कांग्रेस और बीजेपी (BJP) दोनों की ओर से सरकार बनाने का ऑफर है. उन्होंने कहा कि वह उनकी पार्टी के एजेंडे को जो दल स्‍वीकार कर न्‍यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार करेगा, वे उसी को समर्थन देंगे. गठबंधन पर दुष्‍यंत चौटाला ने कहा कि हमारे सभी विकल्‍प खुले हैं. हरियाणा को आगे ले जाने वालों के साथ काम करेंगे. 15 प्रतिशत से ज्‍यादा वोट शेयर से हमारे विधायक जीते हैं.



अपने पार्टी के एजेंडे के बारे में उन्‍होंने कहा कि हमने हरियाणा में हरियाणवी लोगों के लिए 75 प्रतिशत रोजगार और चौधरी देवीलाल के जमाने में शुरू की गई वृद्धावस्‍था पेंशन योजना को लागू करने की बात कही है. जो भी दल इन बातों को न्‍यूनतम साझा करेंगे में शामिल करेंगे, उनको हम समर्थन देंगे. इसके साथ ही उन्‍होंने जोड़ा कि जेजेपी हरियाणा में इस बार के चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है. 


दुष्यंत से जब पत्रकारों ने पूछा कि उन्होंने तो मनोहर लाल खट्टर की सरकार के खिलाफ वोट हासिल किए हैं ऐसे में वह उनकी सरकार के साथ कैसे शामिल होंगे. इसपर दुष्यंत ने जवाब दिया कि उनकी पार्टी ने बीजेपी (BJP) के साथ कांग्रेस के खिलाफ भी चुनाव में उतरी थी. उनका मकसद हरियाणा की भलाई है.


मालूम हो कि हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana assembly election 2019) में बीजेपी (BJP) को सबसे ज्यादा 40 सीटें आई हैं. बहुमत के लिए 46 विधायकों का समर्थन चाहिए. गुरुवार देर शाम तक ही बीजेपी (BJP) को करीब 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिल चुका था, लेकिन माना जा रहा है कि सरकार में स्थायित्व के लिए जेजेपी को साथ लाने की कवायद जारी है. कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं. उन्होंने सरकार बनाने के लिए जेजेपी के 10 विधायकों के अलावा पांच निर्दलीय विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी.