नई दिल्ली : खेतोंं में  सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले वॉटर पम्प के प्रित किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने एक नया कोर्स शुरू किया है. विश्वविद्यालय ने यह कोर्स इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आईएसए) के साथ मिल कर तैयार किया है. इस कोर्स को शुरू करने का उद्देशय सिंचाई के लिए डीजल पम्पिंग सेट पर निर्भर रहने वाले किसानों को विकल्प प्रदान करना है. साथ ही हरित ऊर्जा के प्रति लोगों को जागरूक करना है.   


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इस कोर्स को मानव संसाधन मंत्रालय के स्वयं प्लेटफार्म के तहत शुरू किया है. इस पाठ्यक्रम में दाखिले शुरू हो चुके हैं. इसके तहत शिक्षक दिवस के दिन 05 सितम्बर से पढ़ाई शुरू की जाएगी. इस कोर्स में दाखिले के लिए मानव संसाधन मंत्रालय के स्वयं प्लेटफार्म के जरिए पंजीकरण कराया जा सकता है.


इग्नू के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सौर ऊर्जा के प्रति लोगों को जागरूक करने में इस कोर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. इस कोर्स के तहत छात्रों को खेतों में सोलर पम्प लगाने से ले कर उसकी देख रेख, मरम्मत सहित उसके कलपुर्जों के बारे में बताया जाएगा. वहीं यदि कोई सोलर वॉटर पम्प खराब हो जाता है उसकी मरम्मत कैसे करें इसकी भी जानकारी इस कोर्स के तहत दी जाएगी. इस कोर्स के जरिए देश में बड़े पैमाने पर सोलर पम्प की मरम्मत करने वाले लोग भी तैयार होंगे. 


क्यों शुरू किया जा रहा है कोर्स 


कृषि के क्षेत्र में सौर ऊर्जा के प्रयोग के प्रति लोगों को जागरूक करना 
सोलर वॉटर पम्प के पुर्जों के बारे में लोगों को जानकारी देना 
सोलर वॉटर पम्प की मरम्मत के लिए बेहतर प्रशिक्षित लोग तैयार  


तीन चरणों में पूरा होगा कोर्स 


सौर ऊर्जा और इसके प्रयोग 
सोलर वॉटर पम्प और इसके पुर्जे
ऑप्रेशन, मेंटिनेंस एंड सेफ्टी