नई दिल्‍ली : दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly election 2020) से पहले ज़ी न्‍यूज के कॉन्‍क्‍लेव 'इंडिया का DNA' में देश  के पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि शाहीन बाग सुर्खियों में इसलिए है क्‍योंकि उसे मुद्दा बनाया जा रहा है. जब विपक्ष कमजोर हो जाता है तो वो खिसियानी बिल्‍ली की तरह खंभा नोंच रहे हैं. इस देश में सहिष्‍णुता है, लेकिन उसे दूसरे तरीके से बताने की कोशिश की जा रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आम आदमी पार्टी द्वारा देशभक्ति का सिलेबस लाने पर उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्रवाद हमेशा बड़ा मुद्दा होता है. जो लोग सेना पर सवाल उठाते हैं वो देशभक्ति क्‍या समझेंगे. कोई ऐसा नहीं जिसके देश में राष्‍ट्रभक्ति न हो. इसे पढ़ाने की कोई जरूरत नहीं. ये वो लोग हैं, जिनके अंदर देशभक्ति को लेकर शक है.


उन्‍होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल द्वारा सावन के अंधे को हरा ही हरा दिखाई देता है. जब से दिल्‍ली में आप की सरकार आई है सभी परेशान हैं. 


बतौर सड़क एवं परिवहन राज्‍यमंत्री एक सवाल के जवाब में शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के कारण लोगों को हो रही परेशानी को लेकर उन्‍होंने कहा कि अगर दिल्‍ली सरकार प्रस्‍तावित करे तो हम उस मार्ग पर एककिलोमीटर लंबा फ्लाईओवर भी बनवा देंगे.


वहीं, प्रदर्शन के कारण 4 महीने के बच्‍चे की मौत होने को लेकर उन्‍होंने कहा कि हमें इस बात का बेहद दुख है. इन धरना प्रदर्शन के आयोजकों को यह समझना चाहिए कि ऐसे प्रदर्शनों से लोगों का केवल नुकसान हो रहा है.


बीजेपी सिर्फ विकास करेगी और राष्‍ट्रवादी है राष्‍ट्रवाद को झुकने नहीं देंगे. हम चुनाव परिणाम के बाद अपना सीएम कैंडिडेट घोषित करते हैं.


सवाल- बीजेपी के विरोधी कह रहे हैं कि ध्रुवीकरण तो बीजेपी कर रही है. योगी आदित्यनाथ की क्या जरूरत है. 


जवाब- जब आप धर्म निरपेक्षता को सब धर्मों में समानता से ना देखें तो तुष्टिकरण होता है. 2014 से अब तक कौन सा ध्रुवीकरण हुआ? 


सवाल- पीएम मोदी ने कहा था कि तिरंगा औऱ संविधान हाथ में  लेकर ध्यान भटकाने की साजिश है. 


जवाब- पीएम मोदी की बात में सच्चाई है. कुछ दिन पहले मैं किसी पार्टी के बड़े नेता से मिला था. उन नेताजी ने मुझसे कहा था कि आप सीएए को वापस ले लीजिए नहीं तो पूरे देश में इसके खिलाफ प्रदर्शन होगा. तो पीएम मोदी ने जो कहा वो सही कहा. आपको याद होगा कि भूमि अधिग्रहण कानून जब लाए तो लोगों ने गलत बताया था.