नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ZEE न्यूज़ के कॉन्क्लेव #IndiaKaDNA में पहुंचे केंद्रीय कानून मंत्री ने ज़ी न्यूज़ के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी से खास बातचीत की. इस दौरान केंद्रीय कानून मंत्री ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चाय बागान में काम करने वाले मजदूर करीम उल हक से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया. 


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कानून मंत्री ने कहा, 'इस देश में जितना योगदान हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों को भी है. मुसलमानों के बारे में हमारी सोच क्या है. ये मैं आज साफ कर देना चाहता हूं. जलपाईगुड़ी के करीम उल हक ने एंबुलेस बाबा के रूप में जाने जाते हैं. करीम उल हक चाय बागान में काम करते हैं. मोदी जी ने उन्हें फोन किया और बताया कि हम आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. हम आपको पद्मश्री से सम्मानित करेंगे. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या हम सम्मान किसी का धर्म देखकर देखते हैं?'



नागरिकता कानून का विरोध करने वालों को कानून मंत्री ने कहा, 'कोई भी इस कानून की एक धारा बता दे जिससे यह साबित होता हो कि इससे किसी भारतीय की नागरिकता जाएगी.


ज़ी न्यूज पर हुए हमले की निंदा की
जो लोग डेमोक्रेटिक वेल्यूज की बात करते हैं उनसे मैं सवाल पूछना चाहता हूं कि वो लोग जब कहां थे जब ज़ी की महिला पत्रकारों के साथ हो रही थी. जो जामिया और जेएनयू में जी के पत्रकारों के साथ हुआ अगर उसका थोड़ा सा भी बीजेपी का कार्यकर्ता किसी के साथ कर देता तो ये लोग बवाल कर देते.