नई दिल्ली: केंद्र सरकार के ‘तानाशाही’ रवैये के खिलाफ बुधवार को आम आदमी पार्टी की रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार सहित विपक्ष के कई नेता शामिल हुए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रैली को संबोधित करते हुए सीपीआई नेता डी. राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में संविधान खतरे में है. पीएम मोदी के शासन में संसद का मान घटा है और उसकी भूमिका को भी नजरअंदाज किया गया. राजा ने कहा कि भाजपा का सत्ता में होना संविधान और लोकतंत्र के लिए खतरा है. उन्हें परास्त करना होगा . 


येचुरी ने साधा बीजेपी पर निशाना
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया कि भाजपा भाई-भाई को लड़ाकर दु:शासन की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि बेहतर भारत के लिए इस सरकार को बदलने की जरूरत है. देश को बचाने के लिए ‘चौकीदार’ को हटाना होग. येचुरी ने कहा, ‘‘भाजपा कौरव सेना की तरह है लेकिन पांडव (विपक्ष) उन्हें परास्त करेंगे और देश को बचाऐंगे.’’ 



सबसे दिलचस्प यह रहा कि ममता बनर्जी के पहुंचने के कुछ मिनट पहले दोनों वाम नेता मंच से उतर गए. एसपी के रामगोपाल यादव, आप के संजय सिंह, एनसीपी के शरद पवार और एलजेडी प्रमुख शरद यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी रैली में उपस्थित थे . 


(इनपुट - भाषा)