नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. चुनाव को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां भी मुस्तैद हैं. 6 जनवरी से आचार संहिता भी लागू है. चुनाव के दौरान कुछ गलत न हो, इसे देखते हुए प्रवर्तन एजेंसियों ने निगरानी बढ़ा दी है. चुनाव आयोग भी सख्त है. इन तमाम बंदिशों के बाद भी 6 जनवरी से 30 जनवरी के बीच राजधानी में 7 करोड़ से ज्यादा की रकम और 1.5 करोड़ से ज्यादा की शराब बरामद की गई है. दिल्ली में चुनाव को एक हफ्ता भी नही बचा है लेकिन वोटरों को लुभाने का गोरखधंधा जोरों पर है.


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चुनाव आयोग की तरफ से आचार संहिता लागू हुए 28 दिन हो चुके हैं. और कोड ऑफ कंडक्ट में साफ लिखा है कि मतदाताओं को घूस देना, मतदाताओं को डराना-धमकाना साफ मना है लेकिन नेताओं को शायद इस से कोई फर्क नही पड़ता.


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चुनाव आयोग के अनुसार 06 जनवरी से 30 जनवरी के बीच 7,77,69,340 रुपए की नगद राशि. आर्म्स एक्ट के तहत 312 एफआईआर. 160.16297 किलो नशीले पदार्थ. कुल 45,16,86,257 रुपए की शराब, नशीले पदार्थ और कीमती सामान शामिल है. इसके अलावा 1,70,90,000 के बाकी सामान जैसे फोन, लैपटॉप, गिफ्ट आदि बरामद किए गए हैं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस एक्ट के तहत 100145 लोगों पर कार्रवाई की गई है.


साल 2015 में 2,42,79,766 रुपए की शराब, नशीले पदार्थ और कीमती सामान के साथ ही 42,38,500 रुपए की नगद राशि जब्त की गई है. इस साल आचार संहिता के उल्लंघन करने के आंकड़ों से साफ है कि साल 2015 के मुकाबले इस साल धन, हथियार और शराब 5 गुना अधिक पकड़ी गई है.