नई दिल्ली। सीएम अरविन्द केजरीवाल के निर्देश के बावजूद दिल्ली सरकार के अधिकारी जनता की समस्याएं सुनने के लिए समय नहीं दे रहे है। केजरीवाल ने ऐसे अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। 


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केजरीवाल ने अपनाए सख्त तेवर


केजरीवाल ने मुख्य सचिव एम एम कुट्टी को भेजे निर्देश में कहा है कि जनता के माध्यम से सरकार की जानकारी में आया है कि कुछ अफसर लोगों से मिल ही नहीं रहे है। उन्होंने कुट्टी से ऐसे अफसरों की पहचान कर इनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। केजरीवाल ने निर्देश में कहा कि 'मैंने अपने पूर्व आदेश में कहा था कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय में नियत समय पर जनता से मिलने के लिये उपलब्ध रहेंगे. लेकिन मुझे पता चला है कि तमाम अधिकारी इसका पालन नहीं कर रहे हैं।' केजरीवाल ने इसके लिये मुख्य सचिव कुट्टी को ऐसे अधिकारियों को सख्त चेतावनी जारी करने और आदेश का पालन सुनिश्चित नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवायी का सामना करने को तैयार रहने का निर्देश जारी करने को कहा है. 


केजरीवाल ने कहा साफ-साफ बताया जाए मिलने समय


केजरीवाल ने कुट्टी से जनता को मिलने का समय मांगे बिना मंत्रियों और अधिकारियों से मुलाकात करने की इस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए कार्यालयों के बाहर जनता से मिलने के समय का साफ उल्लेख करने को कहा है. यह उल्लेख मंत्रियों और अधिकारियों के दफ्तर के बाहर एक तख्ती लगाकर किया जाए. तख्ती पर उस फोन नंबर का भी जिक्र किया जाय जिस पर संबद्ध मंत्री और अधिकारी के गैरमौजूद रहने पर कॉल कर शिकायत की जा सके.


सीएम शिकायत नंबर पर आने वाली कॉल का रिकॉर्ड भी मांगा


इतना ही नहीं केजरीवाल ने कुट्टी को जनता द्वारा शिकायतें दर्ज कराने के लिए उपलब्ध कराये जाने वाले टेलीफोन नंबर पर आने वाली कॉल को रिकॉर्ड कर इसका ब्यौरा मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने को भी कहा है. उन्होंने जनता तक सरकार की पहुंच सर्वसुलभ बनाने के लिये शुरू की गयी इस पहल को बेहद जरूरी बताते हुए मुख्य सचिव से ताकीद की है कि इसे लागू करने में किसी भी तरह की लापरवाही या व्यवस्था के उल्लंघन को सरकार द्वारा अत्यधिक गंभीरता से लिया जाएगा.


रोज 1 घंटे जनता से मिलने का फैसला लिया गया था


बता दें कि केजरीवाल ने हाल ही में सभी मंत्रियों और अधिकारियो को रोज एक घंटे का समय जनता से मिलने के लिए तय करने को कहा था। मुख्यमंत्री का यह आदेश एक जून से लागू किया गया है। इसके तहत केजरीवाल सहित सरकार का हर मंत्री और विभाग प्रमुख सहित सभी अधिकारियों को सुबह 10 बजे से 11 बजे तक जनता से मिल कर उनकी समस्याएं सुनना और उनका समाधान करने को कहा गया था।